स्पोर्ट्सगो नेट रन रेट कैलकुलेटर से आप अपनी टीम का औसत रन रेट निकाल कर टूर्नामेंट में आगे कितने मैच जीतने हैं कितने अंतर से जीतने हैं पर रणनीति बना सकते हैं।
जब दो टीमों के अंक बराबर होते हैं कौन सी टीम अगला मैच खेलेगी, किसके साथ खेलेगी, अगले मैच में कितने रनों से या कितने विकेट से जीतना है ताकि प्लेऑफस में जगह बना सके यह सब नेट रन रेट तथा रिवर्स नेट रन रेट कैलकुलेटर से पता चलता है।
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क्रिकेट में नेट रन रेट चेक करने वाला कैलकुलेटर कहां मिलेगा
नेट रन रेट कैलकुलेटर आपके यहां स्पोर्ट्सगो पर मिलेगा, हाल ही में स्पोर्ट्सगो ने अपना नेट रन रेट कैलकुलेटर लॉन्च किया है जिसे सब फ्री में इस्तेमाल कर सकते हैं।
नेट रन रेट कैलकुलेटर इस्तेमाल करें
नेट रन रेट कैलकुलेटर किसे कहते हैं
एक टीम द्वारा बनाए गए औसत रन तथा दिए गए औसत रन के बीच के अंतर की गणना को क्रिकेट में नेट रन रेट कहा जाता है और इसे कैलकुलेट करने का एक कैलकुलेटर होता है जिसे नेट रन रेट कैलकुलेटर कहा जाता है।
नेट रन रेट कैलकुलेटर द्वारा टीम का प्रदर्शन मापा जाता है। इसका इस्तेमाल सिर्फ तब होता है जब टूर्नामेंट में दो या दो से अधिक टीमों के अंक बराबर होते हैं। इस कैलकुलेटर के द्वारा डिसाइड किया जाता है कि अगला मैच बराबर अंक वाले टीमों में से कौन सी टीम खेलेगी तथा किस टीम के साथ खेलेगी।
क्रिकेट में नेट रन रेट कैलकुलेटर कब और किस लिए इस्तेमाल होता है
नीचे उदाहरण में विस्तार से समझाया गया है:
मान लीजिए एक दिवसीय वर्ल्ड कप टूर्नामेंट चल रहा है और भारत–पाकिस्तान तथा ऑस्ट्रेलिया के कुछ मैच खेलने के बाद अंक बराबर रहते हैं। तीनों टीमों ने पांच मैच खेल लिए हैं पाकिस्तान के 8 अंक हैं ऑस्ट्रेलिया के 8 तथा भारत के भी 8 अंक हैं।
टूर्नामेंट अहम पड़ाव पर है और टूर्नामेंट संचालकों को निर्णय लेना है कि इन तीनों में से कौन सी टीम अगला मैच खेलेगी तथा किसके साथ खेलेगी। इन सभी टीमों का नेट रन रेट निकालकर यह भी पहले से बता दिया जाता है कि किस टीम को अगले कितने मैच जीतने होंगे और लगभग कितने रनों से तथा विकेट से जीतने होंगे।
यदि बात प्लेऑफस में पहुंचने की होती है और जो टीम अगला मैच जीतेगी वह प्लेऑफस में पहुंच जाएगी किंतु दो टीमों के बराबर अंक हैं और यह निर्णय लेना है कि अगला मैच कौन सी टीम खेलेगी ताकि प्लेऑफस में अपनी जगह बना सके तो दोनों टीमों का नेटरन रेट निकाला जाता है और अच्छे नेटरन रेट के आधार पर एक टीम को अगला मैच खेलने के लिए आगे भेजा जाता है।
नेट रन रेट के आधार पर पहुंची टीम अगले पड़ाव पर पहले से पहुंची हुई प्रतिद्वंदी टीम के साथ मैच खेलेगी और जीतने पर पर सेमीफाइनल में या प्लेऑफस में अपनी जगह बनाएंगी।
पहले से पहुंची हुई टीम पर कोई खास प्रेशर नहीं होता है कि उसे इतने ओवर में जीतना है या इतने विकेट से जीतना है उसे सिर्फ जीतना होता है जबकि नेट रन रेट के आधार पर पहुंची हुई टीम पर कई बार इस बात का प्रेशर होता है कि उसे कुछ निश्चित ओवरों में मैच जीतना होता है तथा कुछ निश्चित विकेट बचाकर मैच जीतना होता है।
यदि आपकी टीम भी क्रिकेट टूर्नामेंट में इस तरह की परिस्थितियों में फंस जाती है तो आपको नेट नेट कैलकुलेटर की आवश्यकता पड़ती है ताकि अपनी टीम का नेट रन रेट निकाला जा सके और समझे कि अगला मैच किसके साथ खेलना पड़ सकता है कितने रनों से जीतना पड़ सकता है कितने विकेट बचाने पड़ सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तो यह सब करने के लिए एक्सपर्ट्स की एक खास टीम होती है किंतु लोकल टूर्नामेंट में यह सब खुद ही करना होता है और इस कार्य को आसान बनाने के लिए नेट रन रेट कैलकुलेटर की आवश्यकता पड़ती है ताकि बराबर अंकों वाली टीम के नेट रन रेट निकाले जा सके जिससे यह पता चल जाए कि कौन सी टीम अगले पड़ाव में जा रही है और उसके आधार पर अगले मैच के बारे में रणनीति बनाई जा सके।
निष्कर्ष – नेट रन रेट कैलकुलेटर उस वक्त इस्तेमाल किया जाता है जब टूर्नामेंट में एक से अधिक टीमों के अंक बराबर हो इस कैलकुलेटर द्वारा देखा जाता है किसने अच्छे रन रेट से पिछले कुछ मैच में रन बनाए हैं और विकेट लिए हैं जिसका नेट रेट अच्छा होता है उस टीम को आगे खेलने का मौका मिलता है।