रविचंद्रन अश्विन का जीवन परिचय | रविचंद्रन अश्विन बायोग्राफी

Spread the love

रविचंद्रन अश्विन का जीवन परिचय, विकेट्स, वसीम अकरम को छोड़ा पीछे, हरभजन से ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बने, न्यूज़ीलैंड के ओपनर टॉम लाथम को पवेलियन भेज अश्विन ने अपने 418 विकेट पूरे किये और तोड़ दिया हरभजन के 417 विकेट का रिकॉर्डl

अश्विन का प्रारंभिक जीवन

अशिवन का जन्म एक तमिल परिवार में 17 सितम्बर 1986 में हुआ था। अश्विन के पिताजी का नाम रविचंद्रन है जो की अपने ज़माने में एक तेज़ गेंदबाज़ के तौर पर क्लब क्रिकेट खेला करते थे। अश्विन ने अपनी स्कूली शिक्षा शेषाद्रि बाला भवन और सेंट बेडे से हांसिल की। स्कूली शिक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आर अश्विन ने एसएसएन कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग में एडमिशन लिया और सूचना प्रौद्योगिकी में बीटेक के साथ स्नातक किया। अश्विन के जीवन में एक बड़ा बदलाव या टर्निंग पॉइंट तब आया जब उन्होंने स्कूल स्थानांतरण किया था। उन्होंने सेंट बेडे के एंग्लो इंडियन हायर सेकण्ड्री स्कूल में इसलिए दाखिला लिया था क्योंकि वहां क्रिकेट अकादमी थी। अश्विन कहते हैं की सेंट बेडे में सी के विजय और चंद्रा ने अपने करियर में एक बड़ी भूमिका निभाई थी और यहाँ अश्विन ने अपनी गेंदबाज़ी शैली को भी बदला वे शुरू में तेज़ गेंदबाज़ी करते थे जिसे बदलते हुए उन्होंने ऑफ स्पिन गेंदबाज़ी शुरू की।

आर अश्विन क्रिकेट करियर

अश्विन अपनी गेंबाज़ी के लिए विशेषकर जाने जाते हैं किन्तु वे एक अच्छे बल्लेबाज़ भी हैं और उन्होंने कई बार लोअर आर्डर में भारत के लिए अच्छे रन भी बनाए हैं। अनिल कुंबले की ही तरह अश्विन ने भी अभियांत्रिकी की पढाई छोड़ कर क्रिकेट में अपने करियर को महत्त्व दिया। अश्विन एक ऑफ ब्रेक स्पिन गेंदबाज़ हैं और उन्होंने सन 2006-2007 में तमिलनाडु की ओर से खेलते हुए 20 से भी कम की औसत से 31 विकेट झटके, हालाँकि फिर वे कलाई की चोट की वजह से खेल नहीं पाए। अश्विन ने 2008 में आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलते हुए शानदार वापसी की उसके बाद सन 2010 में अश्विन को भारत की टीम में जगह मिली और इसी वर्ष उन्होंने अपना पहला विश्वकप खेला। जल्द ही अश्विन भारत के दूसरे सबसे तेज़ 200 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बन गए उन्होंने अपना 200 वा विकेट 23 सितम्बर को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ कानपुर स्टेडियम में लिया था।

अपने डोमेस्टिक क्रिकेट के शुरुआती दौर में अश्विन ओपनर बल्लेबाज़ की भूमिका निभाते थे किन्तु ओपनर बल्लेबाज़ के तौर पर बेहद कम सफलता मिलने की वजह से अश्विन एक ऑफ ब्रेक गेंदबाज़ में ढल गए। दिसंबर 2006 में अश्विन ने तमिलनाडु के लिए प्रथम श्रेणी में खेलना शुरू किया और अगले वर्ष ही टीम के कप्तान बन गए। अश्विन ने 2010 आईपीएल में चेन्नई की ओर से खेलते हुए काफी किफायती गेंदबाज़ी की और सुर्ख़ियों में आए तथा 2010 में ही भारत के लिए सीमित ओवरों के खेल में खेलने का मौका मिला। अश्विन 2010 में दक्षिण अफ्रीका में हुई चैंपियन लीग्स टूर्नामेंट के प्रमुख विकेट टेकर बॉलर बनकर उभरे और 2011 के क्रिकेट विश्वकप जीतने वाले भारतीय टीम का हिस्सा भी बने।

अश्विन टेस्ट डेब्यू – अश्विन ने वेस्टइंडीज टीम के खिलाफ अपने टेस्ट मैच का आगाज़ किया और अपने पहले ही टेस्ट मैच में 5 विकेट लेने वाले सातवे भारतीय खिलाडी बन गए। अश्विन ने उस सीरीज़ में 2 बार 5 विकेट लिए और शतक भी लगाया जिस कारण वे प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवार्ड जीता। हालांकि शुरुआती दौर में कैरम बॉल का स्पेशलिस्ट श्रीलंका के अजंता मेंडिस को माना जाता था किन्तु अश्विन ने कैरम बॉल में अचूक महारत हांसिल की और विश्वस्तरीय बल्लेबाज़ों को नाकों चने चबवाए।

रविचंद्रन अश्विन रिकॉर्ड्स

MilestoneYear
100th टेस्ट विकेट2013 में आश्विन ने अपने 18 वे मैच में अपना 100 वां टेस्ट विकेट लिया और उसके साथ ही अश्विन 80 से अधिक वर्षों से सबसे तेज़ गति से भारतीय गेंदबाज़ बने।
250 वां टेस्ट विकेट2017 में अश्विन ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाडी डेनिस लिली का 48 टेस्ट मैच में 250 विकेट लेने का रिकॉर्ड तोडा, उन्होंने लिली को पीछे छोड़ते हुए मात्र 45 टेस्ट में ही यह कारनामा कर दिखाया।
418 टेस्ट विकेटअश्विन ने 24.5 की औसत और 2.79 की इकॉनमी से अब तक 418 विकेट ले लिए हैं, टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज़ बन गए हैं।

अश्विन ने तोडा हरभजन सिंह का रिकॉर्ड

टीम इंडिया के बेहतरीन ऑफ ब्रेक स्पिनर आर अश्विन ने कानपुर टेस्ट क्रिकेट में हरभजन सिंह से ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बने। अश्विन ने कानपूर टेस्ट में टॉम लाथम को आउट कर 80 टेस्ट मैच में ही 418 विकेट लेने का कारनामा पूरा किया। न्यूज़ीलैंड टीम के साथ कानपुर टेस्ट की पहली पारी में अश्विन ने दिग्गज गेंदबाज़ वसीम अकरम से अधिक विकेट लेकर उन्हें पीछे छोड़ा था और दूसरी पारी में न्यूज़ीलैंड के यंग को आउट कर भज्जी के कुल 417 टेस्ट विकेटों की बराबरी कर ली। आज 29.11.2021 (सोमवार) को कानपूर टेस्ट के 5 वे दिन न्यूज़ीलैंड के ओपनर टॉम लाथम को आउट कर अपने 418 टेस्ट विकेट पूरे किये और तोड़ दिया हरभजन सिंह का रिकॉर्ड।

इस तरह अश्विन हरभजन को पीछे कर टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज़ बन गए हैं जिन्होंने 417 से ज़्यादा विकेट लिए हैं। पहले नंबर पर अनिल कुंबले, दूसरे नंबर पर कपिल देव और अब तीसरे नंबर पर भज्जी को पीछे छोड़ अश्विन पहुँच गए हैं। अश्विन ने 24.5 की औसत और 2.79 की इकॉनमी से 80 टेस्ट मैच खेल अब तक 418 विकेट ले लिए हैं जबकि अनिल कुंबले ने 132 टेस्ट मैच में 29.65 की औसत से 2.69 की इकॉनॉमी से 619 विकेट लिए हैं वहीँ दूसरे नम्बर पर कपिल देव ने 131 टेस्ट मैच में 29.64 की औसत से 2.78 की इकॉनॉमी से 434 विकेट लिए थे। चौथे पायदान पर खिसके हरभजन सिंह ने 103 टेस्ट मैच खेल कर 32.46 की औसत से 2.84 की इकॉनॉमी से 417 विकेट लिए हैं।

अश्विन पुरस्कार

Yearपुरस्कार
2014अर्जुन पुरस्कार
2012-142012-14 बी सी सी आई क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर
20162016 आई सी सी टेस्ट क्रिकेटर

अश्विन निजी जीवन

अश्विन ने अपने बचपन की दोस्त प्रीती नारायण से शादी की। अश्विन और प्रीती 13 नवम्बर 2011 को शादी के गठबंधन में बंध गए। 11 जुलाई 2015 को अश्विन और प्रीती पेरेंट्स बने और अपनी पुत्री का नाम अखिरा रखा तथा उनकी दूसरी बेटी का नाम आराध्य है जिसका जन्म 2016 में हुआ।

अश्विन उप नामऐश
हाइट6 फ़ीट 2 इंच
बल्लेबाज़ी की शैलीदाएं हाथ के बल्लेबाज़
गेंदबाज़ी की शैलीराइट आर्म ऑफ स्पिन
भूमिकागेंदबाज़ आलराउंडर
टेस्ट डेब्यू टेस्ट डेब्यू 6 नवम्बर 2011 बनाम वेस्टइंडीज
वनडे डेब्यू 5 जून 2010 बनाम श्रीलंका
t20 पर्दापर्ण12 जून 2010 ज़िंबाबवे के विरुद्ध

टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट भारतीय खिलाडियों द्वारा

अनिल कुंबले 132 मैच, 619 विकेट
कपिल देव131 मैच, 434 विकेट
रविचंद्रन अश्विन 80 मैच 418 विकेट
हरभजन सिंह103 मैच, 417 विकेट
इशांत शर्मा105 मैच, 311 विकेट
Ashwin test bowling record 418

Spread the love

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top