आज हम जानेंगे कुछ बेस्ट बैटिंग टिप्स फॉर बैट्समैन जिससे आप अपनी बल्लेबाजी सुधार सकते हैं। किसी भी खेल में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए सबसे पहले जरूरी है हमारी फिटनेस बढ़िया होनी चाहिए आपको निरंतर अभ्यास करना जरूरी है अच्छे खिलाड़ी बनने के लिए सुबह जल्दी उठने की आदत डालें कम से कम 5 बजे सुबह उठकर जोगिंग करने की आदत डालें।
किसी भी फील्ड में अच्छा खिलाड़ी बनने के लिए आपको निरंतर अभ्यास करना होता है वह भी बिना थके और बिना रुके इसके लिए सबसे जरूरी है हमारा स्टेमिनाअच्छा हो और स्टेमिना बढ़ाने के लिए रोज सुबह भीगे हुए अंकुरित चने खाएं।
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बेस्ट बैटिंग टिप्स इन क्रिकेट
ऐसे बैटिंग टिप्स जिन्हें समझ कर आपको लाइव मैच में बल्लेबाजी करने में मदद मिलेगी अतः नीचे दिए गए टिप्स को ध्यान से पढ़ें।
बैटिंग स्टान्स
सबसे पहले अपने बैटिंग स्टान्स सुधारें और इसके लिए यह जरूरी है कि आपके दोनों पैर एक दूसरे के पैरलल हो। यदि आप राइट हैंड बैट्समैन हैं तो सामने वाले अम्पायर को आपका राइट शोल्डर नहीं दिखना चाहिए। इसका मतलब है की आपका स्टान्स ज़्यादा ओपन चेस्टेड ना हो।
बैटिंग साइकोलॉजी
अपनी बल्लेबाजी में किसी भी प्रकार का साइकोलॉजिकल दबाव न पड़ने दें यह ना देखें कि सामने वाली टीम काफी मजबूत है या उन्होंने ज्यादा रन बना लिए हैं या गेंदबाज काफी मजबूत है इस तरह से ना सोचे। इससे आपका मनोबल गिरेगा और आपका प्रदर्शन भी ख़राब होगा इसलिए प्रेशर न लें खुद पर भरोसा रखें हमेशा अपनी स्ट्रेंथ पर खेलें।
आपके जिस शॉट में थोड़ी सी कमजोरी है उस शॉट को ज्यादा ना खेलें और कोशिश करें कि सामने वाली विपक्षी टीम को पता ना चल पाए कि आपके अंदर यह कमज़ोरी है बिल्कुल रिलैक्स रहें। मैच खत्म होने के बाद उस शॉट का अभ्यास करें और अपनी कमज़ोरी ठीक करने की कोशिश करें दोस्तों यहाँ एक बात समझ लें की हर खिलाडी सारे शॉट उसी अंदाज़ में नहीं खेल सकता जिस अंदाज़ में वह अपना फेवरट या बैस्ट शॉट खेलता है जैसे युवराज सिंह स्पिनर्स पर बैठ कर लम्बे और अच्छे शॉट खेलते हैं पर आगे निकल कर वैसे शॉट नहीं खेल पाते इसका यह मतलब नहीं की वह उनकी कमज़ोरी है।
जैसे विराट कोहली फ्लिक शॉट और कवर ड्राइव अच्छा खेलते हैं पर स्क्वायर कट उतना बेहतर नहीं इसका यह मतलब नहीं की उनका स्क्वायर कट कमज़ोर है बल्कि उन्होंने फ्लिक और कवर ड्राइव में महारत हांसिल क्र ली है और आपने देखा होगा वे ज़्यादातर यही शॉट्स खेलते हैं और उन्हें रिपीट करते चले जाते हैं। इसलिए विराट निरंतर रन बना पाते हैं तभी तो किसी एक्सपर्ट ने कहा है की भले ही आपके पास ज़्यादा शॉट ना हों पर अपनी स्ट्रेंथ पर खेलना ज़रूरी है यानी की जो शॉट आते हैं उन्हें रिपीट करें और उनमे महारत हांसिल कर लें।
शायद आपको पता हो ऑस्ट्रेलिया के धुरंधर बल्लेबाज़ मैथ्यू हैडेन अपने ऊपर से मानसिक प्रेशर हटाने के लिए मैच शुरू होने से पहले और कभी मैच में ड्रिंक्स के दौरान क्रिकेट पिच के बीच रिलैक्स होकर बैठ जाते थे पूछे जाने पर उन्होंने कहा की वे एकाग्रता बढ़ाने के लिए ऐसा करते हैं। वह पिच पर बैठ कर खुली आँखों से देखने की कोशिश करते थे की गेंदबाज़ ऐसी गेंदबाज़ी करेगा तो वह कौन सा शॉट खेलेंगे कहाँ से सिंगल और कहाँ से 4 रन बटोरेंगे।
यह एक बेहद शानदार और कारगर तरीका है अपने ऊपर से प्रेशर हटाने का और अपने लिए मैच में आगे की रणनीति बनाने का आप भी कभी ट्राई ज़रूर करें ऐसा करने से खिलाडी बेहतर महसूस करते हैं।
यदि आप फ्रंट फुट पर अच्छी बल्लेबाजी करते हैं तो फ्रंट फुट पर ज्यादा खेलें यदि आप बैकफुट पर अच्छी बल्लेबाजी करते हैं तो बैकफुट पर ज्यादा खेलें। सभी बॉलर्स पर प्रहार करने के बजाय एक या दो गेंदबाजों को आप चुन लें और उनका इंतजार करो सही समय पर उन पर निशाना साध दो।
बल्लेबाज़ी के लिए जाने से पहले रिलैक्स रहें रिलैक्स होने के लिए आप अपनी पसंद का कोई भी काम कर सकते हैं या अपना फेवरट सांग सुन सकते हैं। दिमाग को एकदम शांत रखें और अपने सभी अच्छे शॉट्स को आंख बंद करके एक बार याद कर लें।
मैदान में जाते ही हिटिंग ना करें पहली 15 से 20 गेंद सीधे बल्ले से सिंगल्स व डबल्स निकालने की कोशिश करें उसमें अगर कोई चौका लगता है तो लगे वरना चौका छक्का मारने की पहली 15 से 20 गेंदों में कोशिश ना करें। ऐसा करने से आपको पिच के बाउंस और पेस का अंदाज़ा हो जाएगा और एक बार आंखे पूरी तरह सेट हो जाने के बाद आप अपनी मर्ज़ी के शॉट्स भी खेल सकेंगे। जैसे- जैसे मैच आगे बढ़ेगा आप बड़े शॉट ज़्यादा आसानी से खेल पाएंगे।