यदि आप भी अपने आस पास के क्रिकेट अकादमी ढूंढते ढूंढते थक गए हैं, क्रिकेट एकेडमी कैसे ज्वाइन करें सोच रहे हैं, अधिक कीमत होने की वजह से उसे ज्वाइन करने में सक्षम नहीं है। स्कूल और घर से क्रिकेट अकादमी काफी दूर होने की वजह से आपके पैरेंट्स वहां जाने से मना करते हैं तो चिंता ना करें आपकी सभी समस्याओं का समाधान हम लेकर आए हैं।
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भारतीय स्कूलों में क्रिकेट एकेडमी कैसे ज्वॉइन करें कम फीस में
भारत में टैलेंट की कमी नहीं किंतु अच्छी क्रिकेट अकादमी की कमी जरूर है। युवाओं को अपने आसपास क्रिकेट अकादमी आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाती है। जो अकादमी उपलब्ध होती है उसमें खेलने की पर्याप्त सुविधाएं नहीं होती हैं। जिनमें खेलने की पर्याप्त सुविधाएं होती हैं उनकी फीस काफी ज्यादा होती है और जिनकी फीस कम होती है वह छात्रों के घरों से काफी दूर होती है।
ऐसे में युवा परेशान होते हैं और क्रिकेट में करियर बनाने के फैसले पर कमजोर पड़ने लगते हैं। यदि आपका फैसला अडिग है तो आपको सीरियसली इस विषय में न सिर्फ सोचते रहना होगा बल्कि महत्वपूर्ण कदम भी उठाना होगा।
उत्तराखंड के रुड़की शहर में से ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ी भारतीय टीम में जगह बना पाए किंतु उसके लिए उन्हें दिल्ली जाना पड़ा और वहां कोचिंग लेनी पड़ी। यह बात अच्छी नहीं है की एक खिलाड़ी को अपना घर ही शिफ्ट करना पड़ जाए। क्यों वह अपने शहर से क्रिकेट नहीं खेल सकता? ऋषभ पंत तो काफी पहले भारतीय टीम में जगह बना चुके हैं और काफी पहले उत्तराखंड में क्रिकेट प्रैक्टिस के लिए संघर्ष करते हुए देखे गए थे। समस्या यह है की हालात अभी भी वैसे ही है ज्यादा फर्क नहीं आया है।
इसकी मुख्य वजह पर्याप्त क्रिकेट अकादमी की उपलब्धता न होना है और जो ऊपर मैंने प्रॉब्लम समझाइ है उनका लंबे समय से सॉल्व ना होना है। ऋषभ पंत के शहर रुड़की में कुछ क्रिकेट अकादमी है जैसे वीर शौर्य क्रिकेट अकादमी, वी जी स्पोर्ट्स अकैडमी, नेहरू ग्राउंड क्रिकेट अकादमी। समस्या यह है कि एक तो उनकी फीस काफी ज्यादा होती है फिर इन तक पहुंचने के लिए छात्रों को काफी दूर जाना होता है।
इन सभी लोकल क्रिकेट अकादमी की फीस ₹2000 प्रति माह से लेकर ₹5000 प्रति माह है। उसके अलावा पहले महीने भारी भरकम रजिस्ट्रेशन फीस जमा करनी होती है जिसकी कीमत लगभग ₹5000 से ₹7000 के बीच है। कोई आम आदमी अपने बच्चों को क्रिकेट खिलाने के लिए इतनी फीस कैसे भर पाएगा अपने आप में यहां एक बड़ा सवाल है?
इन सभी समस्याओं को देखते हुए कुछ अन्य स्पोर्ट्स कंपनियों के साथ मिलकर हमने बीच का रास्ता निकाला है। जिसके तहत युवाओं को उनके स्कूल में ही प्रोफेशनल लेवल क्रिकेट शिक्षा दी जाएगी इस विषय में डिटेल में जानकारी नीचे दी गई है।
जरूर पढ़ें – क्रिकेट अकादमी स्कूल कैंपस में प्रस्ताव
मेरे आस पास के क्रिकेट अकादमी स्कूल के अंदर
यह एक सुनहरा मौका है जो उन सभी छात्रों के लिए है जो ऊपर बताइ गई समस्याओं से जूझ रहे हैं। फिर चाहे वह फाइनेंशियल समस्या हो, सिक्योरिटी की समस्या हो या घर से बहुत दूर जाने की समस्या हो।
मौका यह है कि आपके स्कूल के अंदर ही क्रिकेट अकादमी खोली जाएगी और यह कोई मामूली अकादमी नहीं होगी बल्कि इसमें नेशनल लेवल की सुविधा प्रोवाइड कार्रवाई जाएंगी।
राष्ट्रीय लेवल सुविधाओं से अभिप्राय है आदर्श क्रिकेट पिच, नेट प्रैक्टिस के लिए नेट, संपूर्ण क्रिकेट किट, प्रोफेशनल क्रिकेट कोच, क्रिकेट थ्योरी क्लास इत्यादि।
इस अकादमी में लड़के लड़कियां दोनों हिस्सा ले सकते हैं। हिंदुस्तान के कई राज्यों में अभी तक लड़कियों के लिए कोई खास क्रिकेट अकादमी नहीं खोली गई है। इसलिए बहुत सी लड़कियां अच्छा खेलने के बावजूद आगे नहीं बढ़ पाती है ऐसी लड़कियों को भी मौका इस अकादमी में मिलेगा।
कोच की भूमिका
बच्चों को डिस्ट्रिक्ट लेवल ट्रायल्स तथा अन्य महत्वपूर्ण टूर्नामेंट के लिए तैयार करना। समय अनुसार ट्रायल्स की जानकारी देना, प्रतिभाग करवाने हेतु सभी डाक्यूमेंट्स अरेंज करवाना तथा ट्रायल्स में प्रतिभाग करवाना। क्रिकेट थ्योरी क्लास के दौरान बच्चों के क्रिकेट संबंधित, टूर्नामेंट संबंधित तथा ट्रायल संबंधित सभी डाउट्स को दूर करना।
अकादमी में शामिल हर खिलाड़ी को प्रैक्टिस का बराबरी का मौका देना। बल्लेबाज, गेंदबाज, क्षेत्र रक्षक सभी को प्रोफेशनल लेवल ट्रेनिंग देना।
कोचिंग की टाइमिंग्स
किसी की पढ़ाई डिस्टर्ब ना हो इसलिए कोचिंग की टाइमिंग दोपहर 2:00 बजे से लेकर शाम के 5:00 बजे तक रखी गई है।
स्कूल में एकेडमी खुलवाने के लि यह करें
आपको अपने स्कूल मैनेजमेंट को हमारे प्रस्ताव के बारे में बताना चाहिए। स्कूल की तरफ से ऑफिशियल ईमेल आने पर आपके स्कूल के साथ एक मीटिंग होगी मीटिंग के सफल होने पर आपके स्कूल में राष्ट्रीय लेवल की क्रिकेट अकादमी खोली जाएगी।