5.5 फुट की हाइट वाले सचिन तेंदुलकर से भी छोटा है एक खिलाड़ी जिसका नाम क्रूगर वैन विक है। क्रूगर की हाइट मात्र 145 सेंटीमीटर है (4.75 फुट) उसके बावजूद उन्होंने न्यूजीलैंड क्रिकेट मैं अपना नाम बनाया है। हाइट से कुछ नहीं होता बस खिलाड़ि को खेलना आना चाहिए और पता होना चाहिए कि कौन से ट्रायल किस समय पर देने हैं।
43 वर्षीय क्रूगर वैन विक का जन्म 7 फरवरी 1980 को न्यूजीलैंड में हुआ था और वह न्यूजीलैंड के लिए बल्लेबाजी तथा विकेटकीपिंग करते थे। इस खिलाड़ी ने अपने देश के लिए कुल 9 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने एक अर्धशतक बनाया है, 71 रन उनका अधिकतम स्कोर रहा है। विकेटकीपर की भूमिका में उन्होंने 23 कैच और एक स्टंपिंग किया है। जबकि फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलते हुए उन्होंने 41 अर्धशतक तथा 7 शतक लगाए हैं 178* उनका अधिकतम स्कोर रहा है।
यह आंकड़े साफ बताते हैं यदि चाह है तो छोटे कद का खिलाड़ी भी क्रिकेट में करियर बना सकता है। यह तो थी दुनिया के सबसे छोटे क्रिकेटर की बात अब करते हैं एक छोटे कद के दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेटर की बात। सब जानते हैं सचिन तेंदुलकर ज्यादा लंबे नहीं हैं और उनकी हाइट मात्र 5.5 फुट है उसके बावजूद भी उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाए हैं। इसका कारण उनका मजबूत माइंडसेट रहा है तथा मैच में प्रेशर हैंडल करने की क्वालिटी रही है। जहां तक क्रिकेट प्रैक्टिस की बात है तो दुनिया के सभी खिलाड़ी प्रैक्टिस करते हैं पर कारनामे वही करता है जो लाइव मैच में प्रेशर को हैंडल कर सके और अपनी बल्लेबाजी या गेंदबाजी को सिचुएशन के हिसाब से ढाल सके।
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क्रिकेटर बनने के लिए कितनी हाइट चाहिए बीसीसीआई
बीसीसीआई ने ऐसा कोई रूल नहीं बना रखा कि छोटे कद के खिलाड़ी ट्रायल में पार्टिसिपेट नहीं कर सकते बल्कि टैलेंट को बढ़ावा देने के लिए इस ऑर्गेनाइजेशन ने तो क्रिकेट में ऐज लिमिट तक नहीं रखी है। इसलिए अपनी हाइट का रोना छोड़ो और ट्रायल की तैयारी करो। क्रिकेट ट्रायल कब कहां कैसे दें उसके बारे में अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें और ट्रायल संबंधित डेडीकेटेड पोस्ट पढ़िए शायद आपकी कुछ मदद हो जाए।
एक बात समझ लेना जो व्यक्ति एक ऐसी चीज के बारे में विचार करता है जो उसके हाथ में है ही नहीं वह व्यक्ति जिंदगी में कुछ नहीं कर सकता। हमेशा हमें ऐसे कार्यों के बारे में सोचना चाहिए या करना चाहिए जिसे बदला जा सकता है जैसे वजन को घटाया और बढ़ाया जा सकता है, हाइट कुदरती होती है और उसे बढ़ाने की एक उम्र होती है। आपकी हाइट ना सिर्फ आपके माता-पिता पर निर्भर करती है बल्कि आपके खानपान तथा जगह की जलवायु पर भी निर्भर करती है।
जैसे सब आईपीएल के दौरान यहा पूछ रहे थे कि सचिन तेंदुलकर की हाइट मात्र 5.5 फुट है पर उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर की हाइट 6.3 फुट कैसे है? इसका सीधा और सरल जवाब यह है कि अर्जुन तेंदुलकर ने अपने जीवन का ज्यादातर समय लंडन में बिताया है और अक्सर विदेश में घूमा करते थे जहां की जलवायु का उनके शरीर पर पूरा असर दिखता है इसके अलावा उनके खानपान का भी उनकी अच्छी हाइट में काफी योगदान है।
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बरहाल, आपको अपने बारे में सोचना है, यदि आपकी हाइट छोटी है लेकिन आप काफी तेज गेंदबाजी कर सकते हैं तो पूरा फोकस अपनी गेंदबाजी पर करें और यदि आप एक अच्छे बल्लेबाज है और छोटी हाइट के बावजूद अच्छी बल्लेबाजी करते हैं तो पूरा फोकस अपनी बल्लेबाजी पर करें।
अपनी हाइट को कोसते रहने से कुछ नहीं होगा और आप सिर्फ और सिर्फ डिमोटिवेट हो पाएंगे इसलिए एक्सेप्ट करें कि आपकी हाइट वाकई में छोटी है और वह बढ़ नहीं सकती। इस सच को मान लें कि आपके दोस्तों की हाइट अच्छी है और वे आपसे लंबे है। इससे उन्हें कई काम करने में फायदे मिलते हैं जैसे वे पेड़ पर लगा अमरूद आसानी से तोड़ सकते हैं पर आप नहीं तोड़ सकते। उन लोगों की अच्छी गर्लफ्रेंड है पर आप लड़की के पास जाने में कतराते हो कहीं वह कहेगी फिर आ गया छोटू। घंटी बजी या नहीं!
अब मेरी बात ध्यान से सुनो एक कागज और पेन उठाओ 2 मिनट के लिए अपनी आंखें बंद करो और खुद से सवाल करो कि आखिर आपका गोल क्या है आपको इस दुनिया में करना क्या है? क्या आप इस दुनिया में अमरूद तोड़ने आए हो या फिर गर्लफ्रेंड बनाने आए हो या फिर तमाम उम्र क्रिकेट खेलना चाहते हो। ध्यान लगाकर सोचो क्या मैदान में पहुंचते ही आपके अंदर अजीब सी खुशी आ जाती है। क्या मैदान की तेज धूप में बैठकर भी आपको अच्छा लगता है सुकून महसूस होता है कि मैं मैदान में हूं और अब खेलने की बारी आने वाली है। यदि हां तो पेपर पर लिखना शुरू करो कि हां मेरी हाइट छोटी है पर मेरे सपने बहुत बड़े हैं और मेरी छोटी हाइट मुझे क्रिकेटर बनने से नहीं रोक सकती। हाइट बढ़ाना मेरे हाथ में नहीं है पर कुछ बनना मेरे हाथ में है और मैं इतनी मेहनत करूंगा वह भी स्मार्ट तरीके से कि एक ना एक दिन अपने सपने को जी पाऊंगा।
हम सच को बदल नहीं सकते इसलिए उसे स्वीकार कर लेना चाहिए और किसने कहा छोटी हाइट के लोग किसी काम के नहीं होते। आपने हिस्ट्री में पढ़ा होगा दुनिया का दूसरा विश्व युद्ध एक छोटे आदमी ने करवाया था जिसका नाम हिटलर था। उसने जेल में बैठकर किताब लिख कर लोगों को अपने पक्ष में किया था।
क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर का एग्जांपल सबसे बड़ा है। किसी छोटे व्यक्ति को क्रिकेट खेलते देख लोग उसे सचिन बुलाते हैं और जिसे सचिन बुलाते हैं उस व्यक्ति को अच्छा महसूस होता है तो सचिन जैसा नाम बनाने के बारे में सोचो।
यदि बॉलीवुड की बात करें तो आमिर खान की हाइट बहुत ज्यादा नहीं है पर उन्होंने अच्छे-अच्छे फेल कर रखे हैं। 58 वर्ष के छोटी हाइट वाले आमिर खान पिछले 25 साल से बॉलीवुड पर राज कर रहे हैं और लोगों उन्हें अब तक पसंद भी कर रहे हैं। क्योंकि आमिर वह काम कर रहे हैं जिसमें उनको मजा आता है और जिसके लिए वह बने हैं। इसलिए मेरी बात मानो हाइट और उम्र से कुछ फर्क नहीं पड़ता बस आपको पता होना चाहिए कि आपको अपनी जिंदगी में क्या करना है जिससे आपका प्रोफेशन और सपना एक साथ पूरा हो जाए।
फर्क पड़ता है तो इंसान के जज्बे, जोश, प्लानिंग तथा स्मार्ट वर्क से। जब स्मार्ट वर्क की बात आती है तो अधिकतर लोग आलसी हो जाते हैं सोचते हैं हम स्मार्ट वर्क कर रहे हैं पर वे खुद का बेवकूफ बना रहे होते हैं। स्मार्ट वर्क हार्ड वर्क के बाद ही निकल कर सामने आता है और जब तक कठिन परिश्रम नहीं करेंगे तो रास्ता नहीं दिखता है उसे स्मार्ट तरीके से करने का इसीलिए सबसे पहले हार्ड वर्क उसके बाद स्मार्ट वर्क का नंबर आता है।
एक बार फिर से बता दूं की बीसीसीआई एवं आईसीसी ने हाइट या उम्र के लिए कोई रूल रेगुलेशन नहीं बनाया है इसीलिए कितनी भी छोटी हाइट का व्यक्ति और कितनी भी बड़ी उम्र का व्यक्ति क्रिकेट में प्रतिभाग कर सकता है और अपने देश के लिए क्रिकेट खेल सकता है।
उम्मीद करता हूं आपको समझ में आ गया होगा कि छोटी हाइट आपको क्रिकेटर बनने से रोक नहीं सकती यदि यह पोस्ट पसंद आया है तो इसे अपने अन्य छोटी हाइट के दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें ताकि उनके भी डाउट दूर हो जाएं।
पूछे गए प्रश्न उत्तर
क्रिकेटर बनने के लिए कितनी हाइट चाहिए?
बीसीसीआई एवं आईसीसी द्वारा क्रिकेटर बनने के लिए किसी भी प्रकार की हाइट का मापदंड नहीं रखा गया है और कद में छोटा या लंबा कोई भी व्यक्ति जिसे क्रिकेट खेलना आता हो अप्लाई कर सकता है।
बिना एकेडमी के क्रिकेटर कैसे बनें?
टाइट क्रिकेट शेड्यूल बना कर उपलब्ध सामग्री के साथ हे घर पर प्रेक्टिस करें और सबसे जरूरी क्रिकेट ट्रायल जरूर दें, सबसे पहले डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट ट्रायल होते हैं जिसकी जानकारी आप अपने जिले के जिला क्रिकेट एसोसिएशन जाकर हासिल कर सकते हैं।
फ्री क्रिकेट एकेडमी कैसे ज्वाइन करें?
आपको अपने शहर के सरकारी क्रिकेट एकेडमी को ढूंढना होगा क्योंकि केवल सरकारी अकैडमी आपको फ्री ट्रेनिंग दे सकती है या फिर सस्ते में ट्रेनिंग देगी।
क्रिकेट में सिलेक्शन कैसे होता है?
निम्नलिखित क्रिकेट टूर्नामेंट को स्टेप बाय स्टेप खेलना होता है
डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट।
स्टेट क्रिकेट।
जोन क्रिकेट तथा डोमेस्टिक क्रिकेट।
विराट कोहली क्रिकेटर कैसे बने?
पहले स्कूल क्रिकेट में प्रतिभाग किया फिर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट खेले उसके बाद स्टेट क्रिकेट खेले और उसके बाद जोन तथा डोमेस्टिक क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और भारतीय अंडर-19 के लिए सिलेक्ट हुए। इंडियन अंडर-19 क्रिकेट टीम में लाजवाब प्रदर्शन कर इंडियन टीम में अपनी जगह बनाई।
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