भारत और बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम का मैच चल रहा है और इसी बीच एक विवाद की खबर उड़कर सामने आई है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर अपना विकेट खोने के बाद अंपायर से नाखुश दिखी और दे मारा विकेट पर बल्ला जिससे उन्हें झेलना पड़ गया 75% मैच फीस कटौती तथा मैच बैन की तलवार आइए समझते पूरा कांड क्या है।
Table of Contents
हरमनप्रीत कौर विवाद विकेट पर मारा बल्ला वीडियो वायरल
हरमनप्रीत 20 गेंद पर 14 रन पर खेल रही थी और नॉन स्ट्राइक एंड पर हरलीन देओल 86 गेंदों पर 63 रन बनाकर मौजूद थी। उसी बीच एक ऐसी घटना घटी जिससे विवाद पैदा हो गया। स्पिन गेंदबाजी पर स्वीप शॉट खेलने का प्रयास करते हुए हरमनप्रीत चकमा खा गई, बांग्लादेशी गेंदबाज ने आउट की अपील की और अंपायर ने अपनी उंगली उठाते हुए कौर को आउट करार दे दिया।
फैसले से नाखुश हरमनप्रीत ने अपना बल्ला विकेट पर दे मारा अंपायर यह देख हैरान थे। उन्होंने इसकी वजह हरमनप्रीत से पूछी लेकिन हरमनप्रीत बात करने के मूड में नहीं थी और जाते-जाते अंपायर को भी सुनाते हुए गई तथा बल्ला दिखाते हुए गई कि मेरे बल्ले पर गेंद लगी थी आपने आउट कैसे दे दिया।
दिग्गज मदनलाल तथा डियाना की प्रतिक्रिया
मदनलाल – 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य और पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी मदनलाल ने इस घटना को आड़े हाथों लिया और गौर और कौर की जमकर आलोचना की। मदनलाल ट्विटर ट्वीट करते हुए लिखा कि हरमनप्रीत का व्यवहार बांग्लादेश के खिलाफ अच्छा नहीं था।वह खेल से बड़ी नहीं है और इंडियन क्रिकेट की छवि खराब की है, बीसीसीआई को उनके खिलाफ बहुत ही सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
डियाना – पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट कैप्टन डियाना एडुलजी ने भारतीय महिला कैप्टन हरमनप्रीत कौर के बिहेवियर पर दुख प्रकट किया है। डियाना ने कहा कि मैं बहुत लंबे समय से क्रिकेट देख रही हूं पर मैंने किसी को इस तरह से व्यवहार करते हुए नहीं देखा जिस तरह से बीते मैच में कौर ने किया और उनका व्यवहार बिल्कुल भी प्रशंसनीय नहीं था।
कौर ने एक बहुत ही बुरा एग्जांपल अपनी टीम के सामने सेट किया है और जूनियर खिलाड़ी सीनियर को देखकर सीखते हैं इससे भविष्य में भारतीय महिला टीम का कल्चर खराब होगा। जबकि होना यह चाहिए था कि कप्तान के तौर पर हरमनप्रीत को अपनी टीम के सामने बुरी परिस्थिति में भी एक अच्छा एग्जांपल पेश करना चाहिए था।
ट्रॉफी उठाते वक्त भी हरमनप्रीत का एटीट्यूड
ट्रॉफी उठाते समय हरमनप्रीत का आचरण और भी ज्यादा नीचे गिर गया और उनका “मैं” उनके सर चढ़कर बोल रहा था। जिसकी वजह से बांग्लादेश टीम ने फैसला किया कि वे फोटो सेशन से ही बाहर हो जाएं और सारे बांग्लादेशी खिलाड़ी बिना फोटो खिंचवाए चुपचाप ड्रेसिंग रूम चले गए। इसके बाद हरमनप्रीत की आलोचना और भी ज्यादा बढ़ गई और ट्विटर पर लोगों ने उन्हें खूब खरी-खोटी सुनाई। बांग्लादेश भले ही भारत से कमजोर टीम है पर आपको कोई हक नहीं बनता किसी से बदतमीजी करने का या किसी को छोटा दिखाने का।
मैच टाई हो जाने के बाद ट्रॉफी दोनों टीमों के कप्तान यानी भारतीय महिला कप्तान हरमनप्रीत और बांग्लादेश क्रिकेट महिला कप्तान ज्योति दोनों को संयुक्त रूप से ट्रॉफी उठानी थी। लेकिन कौर अलग ही दिशा में देखते हुए चिल्लाते हुए किसी से बात करने लगी और ट्रॉफी खुद ही एक हाथ से उठा लि। इस समय ज्योति को काफी असहज महसूस हुआ और उन्होंने अपनी टीम के साथ चुपचाप वहां से बैक आउट करने का फैसला किया। यह वीडियो ट्विटर पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग जमकर हरमनप्रीत कौर के ओवरकॉन्फिडेंस बिहेवियर का विरोध कर रहे हैं और उन्हें सबक सिखाने की बात कर रहे हैं।
ऐसा तो कोई वर्ल्ड कप जीतने के बाद भी नहीं करता जो कौर ने किया उनके चेहरे की मुस्कान लगातार दिखा रही थी कि वह विरोधियों का मजाक बना रही है। दर्शकों को यह समझने में देर नहीं लगा और उन्होंने ट्विटर पर जमकर कौर को लताड़ा। शायद अपने पूरे करियर में इतनी तारीफे इस खिलाड़ी ने नहीं कमाई होगी जितनी एक पल में अपने लिए बेज्जती कमा ली।
एक ओर हरमनप्रीत की बदतमीजी का लोग विरोध कर रहे थे तो दूसरी और ज्योति की खामोशी की तारीफे भी हो रही है और बिना किसी से कुछ कहे ज्योति का चुपचाप बैक आउट कर जाना लोग सही ठहरा रहे हैं।
ट्विटर
ट्विटर पर आलोचनाओं का तांता सा लग गया कुछ हरमनप्रीत को कोस चुके और कुछ बाकी हैं।
गब्बर नामक व्यक्ति ने लिखा मुझे लगता है हरमनप्रीत को 6 महीने के लिए क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से बैन कर देना चाहिए ताकि उसकी अकल ठिकाने आ सके, निश्चित रूप से डिसग्रेसफुल।
यह भी पढ़ें
विराट कोहली के बारे में दिलचस्प जानकारी