क्या आप क्रिकेट में कैरियर बनाना चाहते हैं, जानना चाहते हैं कि अंडर 19 क्रिकेट कैसे खेलें? अंडर 19 वर्ल्ड कप कैसे खेले? आज इस बारे में विस्तार जानकारी दी गई है।
अंडर 19 क्रिकेट खेलने के लिए आपको मुख्यतः तीन प्लेटफॉर्म्स पर क्रिकेट खेलने से मौका मिलता है वह है जिला क्रिकेट, स्टेट क्रिकेट तथा डोमेस्टिक क्रिकेट इसके अलावा स्पॉन्सरशिप क्रिकेट तथा स्कूल क्रिकेट से भी कुछ मौके बनते हैं। अपने स्कूल क्रिकेट प्रतियोगिताओं तथा कॉलेज टूर्नामेंट में जरूर प्रतिभाग करें खास तौर पर दूसरे शहर-राज्य के साथ होने वाले टूर्नामेंट में खेलें। जिला क्रिकेटट्रायल प्रति वर्ष होते हैं अतः अपने जिले से फॉर्म जरूर भरें।
अंडर 19 क्रिकेट कैसे खेलें
अंडर 19 क्रिकेट कैसे खेले इस सवाल का जवाब क्रिकेट के 3 प्रकार के प्लेटफार्म में छुपा है जिनके बारे में यहां बताया गया है। एक बार आप अंडर 19 क्रिकेट टीम तक पहुंच गए तो उसके बाद अंडर 19 वर्ल्ड कप खेलने के भी मौके बन सकते हैं उसके लिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा।
अंडर 19 क्रिकेट खेलने के लिए कौन से टूर्नामेंट खेलने होते हैं
स्कूल क्रिकेट, कॉलेज क्रिकेट, जिला क्रिकेट, स्टेट क्रिकेट, डोमेस्टिक क्रिकेट तथा स्पॉन्सरशिप क्रिकेट प्रतियोगिताएं।
आइए एक-एक कर समझते हैं इन सभी क्रिकेट टूर्नामेंट प्लेटफॉर्म्स को जहां से आप अंडर -19 क्रिकेट तक पहुंच सकते हैं।
स्कूल क्रिकेट से भी खेल सकते हैं अंडर 19 क्रिकेट
जितना हो सके स्कूल क्रिकेट टूर्नामेंट में प्रतिभा करते रहें क्योंकि कुछ टूर्नामेंट ऐसे होते हैं जिसमें आपके बिना किसी पूर्व प्रतियोगिता के अनुभव के भी मौके मिल सकते हैं। स्कूल की तरफ से क्रिकेट टीम अलग-अलग राज्यों में क्रिकेट खेलने जाती है और वहां पर ऊपरी लेवल पर सिलेक्शन होने के चांस बनते हैं अतःस्कूल की तरफ से अंतर राज्य क्रिकेट प्रतियोगिता में जरूर प्रतिभाग करें।
इन प्रतियोगिताओं में कुछ स्पोर्ट्स कंपनी की नजर रहती है और यदि उन्हें आपका खेल पसंद आता है तो वह आपको स्पॉन्सर कर सकते हैं। डैडी 100 स्पोर्ट्स कंपनी नए खिलाड़ियों को स्पॉन्सर कर आगे बढ़ने का मौका देती है।
यदि आपका नाम अखबार में आता है तो ऐसे में आप जिला क्रिकेट टीम में जगह बनाने के दावेदार बनते हैं और यदि आपका नाम अच्छे प्रदर्शन की वजह से स्कूल क्रिकेट प्रतियोगिताओं में लगातार सुर्खियों में रहता है तो हो सकता है स्टेट क्रिकेट सिलेक्शन कमेटी आपको डायरेक्ट स्टेट क्रिकेट खेलने का मौका दे।
कॉलेज क्रिकेट
कॉलेज क्रिकेट टीम में प्रतिभाग करने के लिए प्रतिवर्ष ट्रायल होते हैं अतः आप भी उनमें भाग जरूर लें। कॉलेज क्रिकेट खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि आपको विभिन्न राज्यों के साथ क्रिकेट स्पर्धा करने का मौका मिलता है ऐसे में जोन क्रिकेट सिलेक्शन के चांस अधिक बन जाते हैं।
कॉलेज में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो आपको स्पोर्ट्स कोटे में नौकरी के मौके भी मिलते हैं और साथ ही रेलवे क्रिकेट ट्रायल देने के मौके भी बनते हैं।
कॉलेज एक अच्छा प्लेटफार्म है जहां से जिला क्रिकेट तथा डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने के मौके बनते हैं। कॉलेज की तरफ से अंतरराज्य क्रिकेट खेलने के मौके मिलते हैं। यदि आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो हो सकता है अंदर-19 क्रिकेट में डायरेक्ट आपका सिलेक्शन हो जाए या फिर डोमेस्टिक तथा जोन क्रिकेट में खेलने का मौका मिल जाए।
यदि आपका सिलेक्शन जोन या डोमेस्टिक क्रिकेट मैच के लिए होता है तो यहां से अंडर -19 क्रिकेट मैच खेलने के चांसेस अधिक बन जाते हैं।
जिला क्रिकेट से अंडर 19 क्रिकेट खेलने के मिलते हैं मौके
यदि आपने स्कूल, कॉलेज क्रिकेट नहीं खेला या उसमें आपका सिलेक्शन नहीं हुआ तो चिंता ना करें आपके पास एक मौका और है आप जिला क्रिकेट ट्रायल दे सकते हैं। जिला क्रिकेट ट्रायल प्रति वर्ष होते हैं जिसकी जानकारी आप अपने जिले केजिला क्रिकेट एसोसिएशन ऑफिस जाकर प्राप्त कर सकते हैं।
हो सकता है वह अधिकारी आपको यह भी बता दे की जिला क्रिकेट कैसे खेला जाता है उसमें सिलेक्शन कैसे होता है।
जिला क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद स्टेट क्रिकेट में मौका बनता है स्टेट क्रिकेट में भी अच्छा खेलने पर डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने का मौका मिलता है डोमेस्टिक क्रिकेट में जब खिड़की रणजी या दिलीप ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट खेलते हैं तो उन पर आईपीएल सिलेक्टर्स तथा टीम इंडिया सिलेक्टर्स की नजर पड़ती है और अच्छा खेलने वाले खिलाड़ियों को अंदर 19 क्रिकेट खेलने का मौका मिल सकता है।
स्टेट क्रिकेट से अंडर 19 क्रिकेट और नजदीक
एक बार जिला क्रिकेट में सिलेक्शन होने के बादआपको लगातार प्रदर्शन करना होता है और अच्छा खेलने वाले खिलाड़ी का स्टेट क्रिकेट में सिलेक्शन हो जाता है। स्टेट क्रिकेट से खिलाड़ियों को फेम मिलना शुरू हो जाता है उनकी खबरें अखबारों में दूर-दूर तक छपने शुरू हो जाती है न्यूज़ में आना शुरू हो जाता है और यहां से उनके डोमेस्टिक क्रिकेट के दरवाजे खुल जाते हैं या फिर सीधे ही भारतीय अंडर-19 क्रिकेट के लिए भी चुना जा सकता है।
डोमेस्टिक क्रिकेट खेलकर अंडर 19 क्रिकेट वर्ल्ड कप तक पहुंच सकते हैं
जिला क्रिकेट पहला पायदान है तो डोमेस्टिक क्रिकेट भारत की राष्ट्रीय टीम, अंडर-19 तथा आईपीएल में सिलेक्शन होने का सबसे नजदीकी पायदान है। डोमेस्टिक क्रिकेट से ही सबसे ज्यादा खिलाड़ियों को आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिलता है। रणजी ट्रॉफी डोमेस्टिक क्रिकेट का मुख्य टूर्नामेंट है जिसे खेलने का सपना हर डोमेस्टिक खिलाड़ी देखता है। टीम इंडिया, आईपीएल या अंदर-19 वर्ल्ड कप में सिलेक्शन की उम्मीद के अलावा इसकी एक वजह यह भी है की रणजी ट्रॉफी क्रिकेट प्लेयर्स सैलरी तथा पेंशन भी पाते हैं।
स्पॉन्सरशिप क्रिकेट
टूर्नामेंट भी होते हैं जहां पर खिलाड़ियों को बड़ी-बड़ी कंपनियां स्पॉन्सर करती है अपने खर्चे पर उन्हें ट्रेनिंग दिलवाती हैं देश-विदेश में अच्छे-अच्छे टूर्नामेंट में उन्हें खेलने का मौका देती है। जब इन खिलाड़ियों का नाम काफी हो जाता है तो इन्हें सिलेक्टर्स भी नजर अंदाज नहीं कर पाते और अंडर 19 क्रिकेट में खेलने का मौका दे सकते हैं। डैडी 100 स्पोर्ट्स कंपनी भी खिलाड़ियों को स्पॉन्सर करने में दिलचस्पी रखती है इसके लिए अनिवार्य है कि आप उनकी क्रिकेट एकेडमी ज्वाइन करें जो आपके स्कूल के अंदर ही वह खोलते हैं।
निष्कर्ष – यह लेख पूरा पढ़ने के बाद अब आप जानते हैं कि अंडर 19 क्रिकेट कैसे खेलें तथा अंडर -19 वर्ल्ड कप में सिलेक्शन कैसे होता है। अब आप अलग-अलग लेवल पर होने वाले महत्वपूर्ण टूर्नामेंट के बारे में जानते हैं जहां क्रिकेट खेल कर आप अपना करियर क्रिकेट में बना सकते हैं। उम्मीद करता हूं मैं आपकी कुछ मदद कर पाया, कोई सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में जरूर पूछ सकते हैं आपके सुझाव हो तो वह भी कमेंट बॉक्स में बताएं।