बच्चों को खेल खेलने में मजा आता है तो बड़े फिटनेस के लिए खेलते हैं। खेल पर निबंध तथा इसके शारीरिक, मानसिक, चारित्रिक फायदे व खेल महत्व बताए गए हैं।
खेल पर निबंध में आप जानेंगे खेल के महत्व स्वास्थ्य के लिए फायदे और हमारे भविष्य निर्माण में कैसे मदद करता है। इंडोर तथा आउटडोर खेल दोनों ही खेल इंसान के लिए जरूरी है उनके अलग-अलग फायदे हैं। जहां बास्केटबॉल से तेजी तथा फुर्ती आती है तो शतरंज खेलने से एकाग्रता तथा ठहराव आता है। खेल न सिर्फ बुद्धि और शरीर का विकास करते हैं बल्कि इंसान में डिसिप्लिन तथा साथ में मिलकर कैसे काम करना यह भी सिखाते हैं, खेल हमारे चरित्र का निर्माण करता है।
Table of Contents
खेल पर निबंध तथा खेल के महत्व
खेल से अभिप्राय किसी भी खेल से है खेल शब्द के अंतर्गत सभी खेल आ जाते हैं। खेल को इंग्लिश में गेम कहते हैं और यह दो प्रकार के होते हैं। इंडोर गेम्स तथा आउटडोर गेम्स अर्थात भीतर खेला जाने वाला खेल तथा बाहर खेला जाने वाला खेल।
इंडोर गेम्स किसी छत या चार दिवारी के अंदर खेला जाता है कैरम बोर्ड, शतरंज, तथा लूडो इंडोर खेल के कुछ प्रकार हैं। ऐसा नहीं है कि सिर्फ बैठकर खेले जाने वाले खेल ही इंडोर खेल में आते हैं बल्कि चहल कदमी और उछल कूदने वाले खेल भी इंडोर खेल में आते हैं जैसे टेबल टेनिस, बैडमिंटन।
आउटडोर खेल वे होते हैं जो किसी मैदान पर खुले आसमान के नीचे खेले जाते हैं। आउटडोर खेल के प्रकार हैं फुटबॉल, क्रिकेट, कबड्डी, खो-खो दौड़ आदि।
खेल चाहे इंडोर हो या आउटडोर दोनों ही खेले जाने चाहिए, खेल इंसान की बुद्धि और शरीर का विकास करते हैं। बुद्धि और शरीर के अलावा खेल इंसान का चरित्र बनाने में मददगार है साथ ही डिसिप्लिन में कार्य करने के लिए भी प्रेरित करता है। खेल खेलने से इंसान को समय की कीमत पता होती है और वह अपना सुबह से शाम का टाइम टेबल बनाता है इससे सुबह जल्दी उठने की आदत बनती है और थकने के बाद शाम को टाइम पर सोने की अच्छी आदत बनती है।
प्रतिदिन खेल खेलने से बीमार होने की संभावना भी काफी कम होती है क्योंकि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जो बीमारियों से लड़ती है इससे इंसान उम्र भर स्वस्थ रहता है। किसी भी प्रकार का खेल खेलने से अच्छी भूख लगती है और अच्छी भूख लगने से इंसान अच्छा खाना खाता है तथा संपूर्ण प्रकार का आहार लेने की कोशिश करता है जिससे बॉडी को हर प्रकार के विटामिन मिनरल्स और पोटेशियम मिलते हैं।
लगातार खेल खेलने से वजन नहीं बढ़ता और जो लोग मोटे हैं उनके लिए वजन कम करने में खेल काफी लाभदायक सिद्ध होता है।
हर खेल की अलग भूमिका है और वह आपको फायदा पहुंचा सकते हैं आईए जानते हैं कौन सा खेल हमें क्या फायदा पहुंचा सकता है।
बास्केटबॉल
एक फास्ट खेल है जो तेजी के साथ खेला जाता है और जल्दी-जल्दी पास करने के डिसीजन लिए जाते हैं जिससे इंसान की क्विक डिसीजन मेकिंग क्षमता बढ़ती है। इस खेल से हथेली की अच्छी प्रैक्टिस होती है उन्हें बल मिलता है और लगातार दौड़ने से पैरों की मसल्स खिचती है तथा मजबूत होती है।
शतरंज
खेलने से इंसान में धैर्य क्षमता का विकास होता है मानसिकता में विचार करने की शक्ति बढ़ती है और भविष्य को प्लानिंग करने का स्किल भी डेवलप होता है। हालांकि शतरंज अंतर्राष्ट्रीय लेवल पर तेजी से खेला जाता है किंतु स्कूल तथा कॉलेज और अन्य लेवल में धैर्य के साथ खेला जाता है।
तीरंदाजी
प्रतिदिन तीरंदाजी की प्रेक्टिस करने से कंसंट्रेशन लेवल बढ़ता जो कि बच्चों को पढ़ाई में मददगार हो सकता है और व्यवसाय कर रहे लोगों को अपने गंभीर प्रोजेक्ट बनाने में अच्छी एकाग्रता की आवश्यकता होती है। एक जगह स्थिर खड़े रहने से अच्छा बैलेंस बनाने की मजबूती मिलती है और किस प्रकार से आपको एक व्यवसाय में लंबे समय तक काम करते रहना है यह भी सीखाता है।
स्विमिंग
यह एक ऐसा खेल है जिससे दिमाग से लेकर पूरे बॉडी की एक्सरसाइज होती है अतः आपके आसपास कोई स्विमिंग अकैडमी है तो जरूर ज्वॉइन करें। यह खेल अच्छी ब्रीदिंग एक्सरसाइज के लिए जाना जाता है। कई बार पानी के अंदर जाने से अंधेरा सा लगता है पर अगले ही पल बाहर आने से राहत मिलती है यह खेल शिक्षा देता है कि जिंदगी में कई बार उतार-चढ़ाव आएंगे पर हमेशा आगे बढ़ते रहना है जरूरी है।
फुटबॉल
फुटबॉल खेलने से खिलाड़ियों में स्टैमिना डेवलप होता है क्योंकि इस खेल में लगातार दौड़ना होता है। यह एक टीम गेम है जो आपको आपस में मिलकर काम करना सिखाता है टीमवर्क ऑफिस में भी काम आता है तथा बिजनेस में अपने स्टाफ को मैनेज करने के काम आता है। इस खेल से थाई तथा संपूर्ण पैरों की मसल्स की अच्छी एक्सरसाइज होती है।
खो-खो
खो खो खेल में लगातार दौड़ते-दौड़ते बैठना तो कभी उठना होता है जिससे न केवल स्टैमिना डेवलप होता है बल्कि पैरों की मसल्स भी मजबूत होती है। यह भी एक टीम गेम है जो कोऑर्डिनेशन सिखाता है और साथ ही अकेले रह जाने पर बहुत से लोगों के खिलाफ कैसे लड़ते रहना है यह भी सिखाता है।
दौड़
यह खेल अकेले भी खेला जा सकता है और प्रतिदिन दौड़ने से न सिर्फ वजन संतुलित होता है बल्कि पूरे शरीर की एक्सरसाइज होती है पैरों में ताकत आती है हाथों की भी कसरत होती है। प्रतिदिन दौड़ यह सीखाता है कि हमें हर दिन एक नई लड़ाई लड़ने के लिए तैयार रहना होता है। वह लड़ाई अपने टारगेट के और नजदीक पहुंचने के लिए छोटे-छोटे टास्क को कंप्लीट करने की लड़ाई होती है।
क्रिकेट
यह एक टीम गेम है जो आपस में कोऑर्डिनेट करना सिखाता है। यह लंबी अवधि तक खेला जाने वाला खेल है जिससे खिलाड़ियों में किसी भी कार्य को देर तक करने का स्टैमिना डेवलप होता है। बल्लेबाज द्वारा लगातार बैट उठाने से हाथ की मसल्स की एक्सरसाइज होती है जबकि गेंदबाज के गेंदबाजी अभ्यास करने से कंधे तथा बाजू की कसरत होती है। इस खेल से कंसंट्रेशन लेवल भी बढ़ता है और जिनका कंसंट्रेशन बढ़ता है वह लंबी देरी तक बल्लेबाजी करते हैं।
चरित्र निर्माण
खेल हमारे चरित्र निर्माण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि इनमें रूल्स एंड रेगुलेशन होते हैं जिन्हें फॉलो करना होता है और जो खेल ईमानदारी से खेलता है वह जिंदगी में भी इमानदारी से रूल्स एंड रेगुलेशन निभाने की कोशिश करता है।