क्रिकेट की जानकारी टी 20 टेस्ट एक दिवसीय 

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क्रिकेट की जानकारी हिंदी में सरल तरीके से समझाइ गई है। न सिर्फ देसी बल्कि विदेशी लोग भी क्रिकेट के बारे में जानकारी हासिल करना चाहते हैं। जिन्होंने कभी क्रिकेट नहीं खेल वे लोग भी इस ब्लॉग पोस्ट को पढ़कर इस खेल को आसानी से समझ पाएंगे।

क्रिकेट दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है, यह फुटबॉल के बाद खेला जाने वाला सबसे ज्यादा खेल है। क्रिकेट की मुख्य अंतरराष्ट्रीय टीमें है भारत, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका, पाकिस्तान, श्री लंका, वेस्ट इंडीज तथा बांग्लादेश। पिछले कुछ वर्षों में अफगानिस्तान में भी क्रिकेट की लोकप्रियता बढि है और इस टीम ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। क्रिकेट की लोकप्रियता लगातार पूरे विश्व में बढ़ रही है और कनाडा क्रिकेट टीम भी बन चुकी है। 

क्रिकेट की जानकारी 

क्रिकेट एक आउटडोर खेल है जो अनिश्चित गोलाकार मैदान में खेला जाता है कभी इस मैदान का आकार अंडे जैसा होता है तो कभी लगभग गोल रिंग जैसा होता है। मैदान के बीचो-बीच 22 गज की एक चौड़ी पट्टी होती है इसे क्रिकेट पिच कहते हैं जिस पर क्रिकेट खेल खेला जाता है। इस पट्टी के दोनों और तीन-तीन लड़कियां गड़ी होती है जिन्हें विकेट कहा जाता है। 

इस पट्टी की मार्किंग सफेद रंग के चूने से की जाती है मार्किंग के तहत दोनों छोर पर चूने से समान आकार के बॉक्स बनाए जाते हैं। दोनों छोरों पर बनाए गए समान आकार के बॉक्सो को बैटिंग तथा बोलिंग क्रिज कहा जाता है। एक छोर पर बल्लेबाज बल्लेबाजी करता है और दूसरे छोर से गेंदबाज गेंदबाजी करता है। 

गेंदबाज – तेज गेंदबाज 10-15 कदम की दूरी से दौड़ते हुए गेंदबाजी छोर पर पहुंचते हुए गेंद को बल्लेबाज की ओर हाथ घुमाते हुए फेंकता है जिसे बोलिंग कहा जाता है। दूसरे छोर पर बल्लेबाज तैयार खड़ा होता है और जैसे ही गेंद गेंदबाज के द्वारा उसकी ओर फेंकी जाती है वह बल्ले से उस गेंद को खेलते हुए कभी प्रहार करता है, कभी रोकता, है तो कभी जाने देता है जिसे बैटिंग कहा जाता है। 

बल्लेबाज – बल्लेबाज सर से लेकर पैर तक क्रिकेट किट पहने हुए होता है। बल्लेबाज लेदर बॉल की गंभीर चोट से बचने के लिए सर पर हेलमेट पहनता है। इस हेलमेट का आकार बाइक हेलमेट से मिलता जुलता है यह मुंह से खुला होता है और उस पर मजबूत जालियां लगी होती है। हेलमेट में किसी भी प्रकार का कांच नहीं लगा होता है बल्कि यह खुला होता है ताकि बल्लेबाज गेंद को आसानी से देख सके। 

इसमें लोहे की मजबूत जालियां इस तरह लगी होती है कि वह बल्लेबाज की आंखों के सामने ना आए और उसमें गेंद प्रवेश नहीं कर पाती है। 

इसके अलावा बल्लेबाज बैटिंग ग्लव्स, पैरों पर पैड, चेस्ट गार्ड आदि सामानों से सुसज्जित होता है। इन सभी सामानों को क्रिकेट किट कहा जाता है जो हर बल्लेबाज के पास अपना पर्सनल होता है। जबकि गेंदबाज बल्लेबाज की तरह सामान नहीं पहनता है।  

क्षेत्र रक्षण – गेंद को रोकने वाले खिलाड़ियों को क्षेत्र रक्षण खिलाड़ी कहा जाता है। इन खिलाड़ियों का काम बल्लेबाज द्वारा प्रहार की गई गेंद को रोकना होता है। जो खिलाड़ी बल्लेबाजी और गेंदबाजी या बल्लेबाजी और विकेट कीपिंग या गेंदबाजी और विकेट कीपिंग में एक साथ निपुण होते हैं उन्हें ऑलराउंडर कहा जाता है। यह खिलाड़ी एक साथ दो भूमिका निभाते हैं।    

विकेटकीपर – विकेट के पीछे बल्लेबाज की तरह हेलमेट, पैड और ग्लव्स पहने एक खिलाड़ी खड़ा रहता है जिसे विकेटकीपर कहते हैं। विकेटकीपर का काम गेंदबाज द्वारा फेंकी गई गेंद को पकड़ना होता है, बल्लेबाज के चकमा खाने पर गेंद को रोकना होता है तथा बल्लेबाज द्वारा गेंद पीछे की ओर खेलने पर गेंद को लपकना होता है। 

अंपायर – क्रिकेट में मैदान के अंदर 2 अंपायर होते हैं जो पूरे खेल को संचालित करते हैं। गेंदबाजी छोर के ठीक पीछे पैंट शर्ट पहने एक व्यक्ति खड़ा होता है जिसे मुख्य अंपायर कहते हैं। दूसरा अंपायर बल्लेबाजी कर रहे बल्लेबाज की पीठ की दिशा में कुछ दूरी पर खड़ा होता है जिसे लेग अंपायर कहा जाता है। 

यह दोनों अंपायर हर ओवर के बाद एक दूसरे से स्थान बदलते हैं इस तरह दोनों बारी-बारी मुख्य अंपायर तथा लेग अंपायर की भूमिका पूरे मैच में निभाते रहते हैं। इनके अलावा तीसरा अंपायर मैदान के बाहर टीवी तथा कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बैठकर पूरे मैच को ध्यान से देखता है जिसे थर्ड अंपायर कहते हैं। जब मैदान के दोनों मुख्य अंपायर किसी फैसले में कंफ्यूज होते हैं तो वह टीवी अंपायर की सहायता लेते हैं। थर्ड अंपायर के पास फैसिलिटी होती है कि वह लाइव क्रिकेट की रिकॉर्डिंग को आगे पीछे कर सही निर्णय ले सके। 

क्रिकेट कैसे खेला जाता है 

क्रिकेट खेल दो टीमों के बीच खेला जाता है और प्रत्येक टीम के 11 खिलाड़ी मैदान पर खेलते हैं। सबसे पहले मैदान के बीचो-बीच क्रिकेट पिच पर दोनों टीमों के कप्तान तथा दोनों अंपायर टॉस करने के लिए आते हैं। टॉस करने हेतु ₹1 का सिक्का हवा में उछाला जाता है, अंपायर के कहने पर एक टीम का कप्तान टॉस उछालता है तथा दूसरा कप्तान हेड या टेल्स कहता है। टॉस जीतने वाला कप्तान बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने का 

निर्णय लेता है। बल्लेबाजी करने वाली टीम निर्धारित ओवरों मेंअधिकतम रन बनाने की कोशिश करती है जबकि क्षेत्ररक्षण करने वाली टीम बल्लेबाजी करने वाली टीम को अपनी गेंदबाजी द्वारा कम रनों पर रोकने की कोशिश करती है। जो टीम पहले बल्लेबाजी करती है वहएक निर्धारित लक्ष्य दूसरी टीम को देती है और दूसरी टीम कोनिर्धारित ओवरों में वह लक्ष्य हासिल करना होता है। यदि पहले बल्लेबाजी कर रही टीम ने 50 ओवर में 310 रन बनाए और बाद में बल्लेबाजी कर रही टीमने 49 ओवर में 311 रन बना दिए तो बाद में बैटिंग करने वाली टीम विजय मानी जाती है। यदि बाद में बैटिंग करने वाली टीम 310 रन से पहले अपने सभी 10 विकेट खो देती है तो पहले बैटिंग करने वाली टीम विजेता घोषित हो जाती है।

क्रिकेट में खिलाड़ियों की संख्या 

क्रिकेट में एक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं। इन 11 खिलाड़ियों में कुछ गेंदबाज, कुछ बल्लेबाज, कुछ ऑलराउंडर तथा एक विकेट कीपर होता है। यह टीम कप्तान तथा उपकप्तान द्वारा चलाई जाती है जिसमें मुख्य फैसला कप्तान लेता है और जरूर पड़ने पर उपकप्तान से भी सलाह लेता है। 

क्रिकेट के प्रारूप 

क्रिकेट के तीन प्रारूप होते हैं: टेस्ट क्रिकेट, एक दिवसीय क्रिकेट  तथा टी20 क्रिकेट।

टेस्ट क्रिकेट – यह मैच दो टीमों के बीच पांच दिनों तक तक खेला जाता है जिसमें हर दिनअधिकतम 90 और फेक जा सकते हैं। प्रत्येक टीम को दो परियां मिलती है अर्थात बल्लेबाज दो बार बैटिंग करता है और गेंदबाज को भी दो बार गेंदबाजी करनी होती है। 

पहली पारी में टीम ए ने 300 रन बनाए और टीम बी ने पीछा करते हुए 290 रन ही बनाए तो अगली पारी में टीम ए को 10 रन की बढ़त मिल जाती है। यदि दूसरी पारी में टीम ए ने 250 रन बनाए तो 10 रन की बढ़त को जोड़ते हुए उनके 260 रन माने जाएंगे। अब टीम बी को 260 रनों का लक्ष्य बचे हुए समय में पूरा करना होगा।  यदि पांचवा दिन चल रहा है तो उन्हें पांचवें दिन ही यह सारे रन बनाने होंगे यदि तीसरा दिन चल रहा है तो टीम   बी के पास निर्धारित लक्ष्य हासिल करने के लिए दो और दिन का समय होगा।

एक दिवसीय क्रिकेट – यह मैच एक दिन के लिए खेला जाता है जिसमें दोनों टीमों को 50-50 ओवर बल्लेबाजी और गेंदबाजी करने का मौका मिलता है। बल्लेबाजों को एक बार बल्लेबाजी तथा गेंदबाजों को एक इनिंग्स में गेंदबाजी करने का मौका मिलता है।

टी20 क्रिकेट – यह क्रिकेट का सबसे छोटा प्रारूप है इस फटाफट क्रिकेट भी कहते हैं। आईपीएल भी इसी प्रारूप के अंतर्गत खेला जाता है। इसमें दोनों टीमों के पास 20-20 ओवर बल्लेबाजी तथा गेंदबाजी करने के मौके होते हैं और हर टीम को एक बार बैटिंग तथा एक बार बॉलिंग करने का मौका मिलता है।

आईपीएल

आईपीएल उर्फ इंडियन प्रीमियर लीग ने क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ाने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आईपीएल भारत में खेला जाने वाला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट है जिसमें एक ही टीम में अलग-अलग देशों के खिलाड़ी एक साथ खेलते हुए नजर आते हैं। इस खेल की विशेषता यह है कि आईपीएल की एक टीम में ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका तथा भारतीय खिलाड़ी एक साथ खेलते हुए नजर आते हैं। 

जो खिलाड़ी अपने देश के लिए खेलते हुए एक दूसरे के विरुद्ध खेलते थे वह आप एक दूसरे के साथ खेलते हैं और जो खिलाड़ी एक देश के लिए एक दूसरे के साथ खेलते थे वह एक दूसरे के विरुद्ध खेलते हुए देखे जाते हैं। साल 2008 में आईपीएल की शुरुआत हुई थी और क्रिकेट के इस इस प्रारूप को लोगों ने काफी ज्यादा पसंद किया इसलिए कई वर्ष बीत जाने के बाद भी इसकी लोकप्रियता बरकरार है या यू कह लीजिए बढ़ती ही जा रही है। 

खेल विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ सालों बाद आईपीएल दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेल फीफा फुटबॉल को भी पीछे छोड़ देगा और दुनिया का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला खेल बन जाएगा।


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