इंपैक्ट प्लेयर नियम क्या है इस्तेमाल कैसे करें मैच में क्या बदलाव होंगे 

Spread the love

क्या आपने कभी सोचा था कि एक दिन क्रिकेट में 11 की जगह 12 खिलाड़ी एक टीम में खेलेंगे। एक ओवर में 6 गेंदे ही डाली जाएंगी यह भी उस समय खेल रहे खिलाड़ियों ने नहीं सोचा होगा जब एक ओवर में 8 गेंदें डाली जाती थी। बदलाव सृष्टि का नियम है और समय तथा मांग के अनुसार बदलाव करना जरूरी भी है।

ओवरव्यू – इंपैक्ट प्लेयर या प्रभाव खिलाड़ी से अभिप्राय उस खिलाड़ी से है जिसे लाइव मैच में मैदान के अंदर खेलने के लिए उतारा जाता है और बदले में पहले से खेल रहे 11 खिलाड़ियों में से किसी एक खिलाड़ी को खेल से बाहर कर दिया जाता है। 

क्रिकेट में पहली बार इस नियम का इस्तेमाल करते हुए भारत घरेलू क्रिकेट में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान दिल्ली की टीम ने रितिक शौकीन नामक एक खिलाड़ी को बाहर कर दिया था और वह मुकाबला भी जीत लिया था।

स्कूल डेज और कॉलेजों में हम सब ने कभी न कभी 2, 5 या 15 खिलाड़ियों को एक ही टीम में रखकर साथ क्रिकेट खेला होगा और टूर्नामेंट खेलते थे तो अपने-अपने 11 खिलाड़ी चुनते थे। पर अब ऐसा नहीं होगा जब भी कोई टीम मैच खेलेगी वे प्लेइंग इलेवन की जगह प्लेइंग 12 चुनेंगे। 

आईपीएल में इंपैक्ट प्लेयर नियम काफी धूम मचा रहा है और जो कप्तान इस नियम को अच्छे से इस्तेमाल करेगा वह मैच के नतीजे बदलने में भी कामयाब हो सकता है। शुरू में यह नियम जरूर थोड़ा पेचीदा लग सकता है लेकिन एक बार आप इसे समझ जाएंगे तो आसानी से इसे इस्तेमाल कर पाएंगे। आइए समझते हैं इंपैक्ट प्लेयर क्या है और टीम को इसका फायदा कैसे मिल सकता है। 

Table of Contents

इंपैक्ट प्लेयर नियम क्या है इस्तेमाल कैसे करें मैच में क्या बदलाव होंगे 

एक कप्तान 5 खिलाड़ियों को इंपैक्ट प्लेयर के रूप में चुन सकता है यह पांचो बेंच में बैठेंगे और जैसे ही कप्तान को लगेगा इनमें से किसी की जरूरत है तो उसे इंपैक्ट प्लेयर के रूप में मैदान के अंदर अपनी सेवाएं देने के लिए बुलाया जाएगा। 

टॉस के दौरान दोनों टीमों के कप्तानों को प्लेइंग इलेवन के अलावा 5 इंपैक्ट खिलाड़ियों के नाम भी अंपायर को बताने होंगे। जिन में से किसी एक को जरूरत पड़ने पर कप्तान खेल रहे 11 खिलाड़ियों में से किसी एक खिलाड़ी के साथ बदल सकता है। अर्थात खेल के दौरान ही किसी एक खिलाड़ी को बाहर कर इंपैक्ट प्लेयर को खेलने का मौका दे सकता है।

यह बात स्पष्ट समझ लें कि टॉस के दौरान दिए गए पांच खिलाड़ियों के नामों में से ही कप्तान किसी एक खिलाड़ी को इंपैक्ट खिलाड़ी के रूप में इस्तेमाल कर सकता है उनके अलावा किसी और खिलाड़ी का इस्तेमाल इस नियम के तहत नहीं हो सकता।

बाहर हुए खिलाड़ी का क्या होगा

खेल रहे 11 खिलाड़ियों में से जिस भी खिलाड़ी को कप्तान बाहर भेज देगा उस खिलाड़ी का अब कोई महत्व नहीं रह जाएगा। और एक बार मैदान से बाहर किए जाने पर उस खिलाड़ी को दोबारा मैच में शामिल भी नहीं किया जा सकेगा यहां तक कि उसे सब्सीट्यूट फील्डर के रूप में भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा इसलिए कप्तान को यह फैसला काफी सोच समझ कर लेना होता है। 

मैच में नियम लागू होने का समय

आईपीएल के नए नियम को अलग-अलग परिस्थितियों में लागू किया जा सकता है जैसे मैच के दौरान किसी खिलाड़ी को चोट लगने पर, विकेट गिरने पर या फिर ओवर समाप्त होने पर इस नियम के तहत खिलाड़ियों को बदला जा सकता है। 

विदेशी खिलाड़ी इस्तेमाल पर नियम

साधारण रूल के हिसाब से इस समय चार विदेशी खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में खिलाया जा सकता है। अगर कप्तान चाहता है कि मैच के दौरान इंपैक्ट प्लेयर के रूप में एक विदेशी खिलाड़ी को शामिल करे तो उसे केवल 3 विदेशी खिलाड़ियों को स्टार्टिंग में प्लेइंग इलेवन में शामिल करना होगा।

यदि कप्तान इंपैक्ट प्लेयर के रूप में एक विदेशी खिलाड़ी का इस्तेमाल करना चाहता है तो उसे शुरू में ही उस विदेशी खिलाड़ी को 5 इंपैक्ट प्लेयर की सूची में शामिल करना होगा जो बेंच पर बैठेंगे और टॉस के दौरान अंपायर को यह पांचो नाम बताने होंगे। 

  

बल्लेबाजी के लिए इंपैक्ट प्लेयर नियम 

यदि बैटिंग टीम किसी बल्लेबाज के आउट होने या रिटायर्ड होने पर इंपैक्ट प्लेयर को चुनता है तो अनुमान यह होता है कि कप्तान गेंदबाज ही चुनेगा क्योंकि रूल के हिसाब से केवल 11 खिलाड़ी ही बल्लेबाजी कर सकेंगे। 

गेंदबाज़ी के लिए इंपैक्ट प्लेयर नियम 

आईपीएल के रूल के हिसाब से एक गेंदबाज 4 ओवर करवा सकता है। फील्डिंग टीम जब किसी गेंदबाज को इंपैक्ट प्लेयर के तौर पर चुनती है तो यह नहीं देखा जाएगा कि रिप्लेस हुए खिलाड़ी ने कितने ओवर डाले थे बल्कि इंपैक्ट प्लेयर को 4 ओवर डालने का मौका मिलेगा। 

सारांश – इंपैक्ट प्लेयर नियम खेल में नया रोमांच लेकर आया है और वाकई में हमने कभी सोचा भी नहीं होगा कि 1 दिन 11 की जगह 12 खिलाड़ी होंगे। हालांकि मैदान में 11 खिलाड़ी ही खेलेंगे और जिस भी खिलाड़ी को मैदान में उतारा जाएगा उसकी जगह एक खिलाड़ी मैदान से बाहर जाएगा। इसलिए मैदान में हमेशा 11 खिलाड़ी ही फील्डिंग करते हुए नजर आएंगे।

जरूरी प्रश्न उत्तर

आईपीएल में इंपैक्ट प्लेयर का मतलब क्या होता है?

कप्तान 5 सब्सीट्यूट खिलाड़ियों में से किसी एक खिलाड़ी को लाइव मैच के दौरान अंदर बुला सकता है और बदले में खेल रहे 11 में से एक खिलाड़ी को बाहर कर सकता है। 

इंपैक्ट प्लेयर के अंदर आने पर मैदान के बाहर जाने वाले खिलाड़ी का क्या होगा?

उसका कोई महत्व नहीं रह जाएगा और उस खिलाड़ी को फिर से टीम में शामिल भी नहीं किया जा सकता।

क्रिकेट इतिहास में पहली बार इंपैक्ट प्लेयर नियम कब लागू किया गया था?

आईपीएल से पहले सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी अक्टूबर 2022 में पहली बार इंपैक्ट प्लेयर नियम लागू किया गया था।

क्रिकेट में इंपैक्ट प्लेयर नियम का इस्तेमाल करने वाली सबसे पहली टीम कौन सी है?

सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी में दिल्ली ने मणिपुर के खिलाफ खेलते हुए अपने एक खिलाड़ी रितिक को बदला था।

क्रिकेट इतिहास में पहली बार इंपैक्ट प्लेयर रूल का इस्तेमाल किस खिलाड़ी पर किया गया था?

रितिक शौकीन नामक खिलाड़ी पर।


Spread the love

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top