यदि आप भी यह जानना चाहते हैं कि बैटिंग करना कैसे सीखें तथा सही समय पर क्रिकेट में शॉट कैसे लगाएं? तो आपको दिमाग को शांत रखना होगा तथा बेसिक्स को ध्यान में रखना होगा। बैटिंग स्टांस से लेकर इनिंग कैसे बिल्ड करें, कब डिफेंस करें, कब हिट करें यह सारे महत्वपूर्ण बेसिक स्टेप्स आज के इस पोस्ट में बताए गए हैं।
फास्ट फारवर्ड – दिमाग में बड़ा टारगेट ना रखें, बैटिंग स्टांस एडजस्ट करें, पहली 15 से 18 गेंदें सीधे बल्ले से खेलें, पहले से ही फ्रंट-फुट पर ना जाएं, पारी को छोटी-छोटी इनिंग्स में विभाजित करें, अपना ईगो साइड में रखें पार्टनर से करें बात।
एक आदर्श क्रिकेट खेलने का तरीका यह है कि सबसे पहले सिंगल और डबल पर फोकस करें और पहली 15 से 18 गेंदे सीधे बल्ले से खेलने की कोशिश करें उसके बाद आपको लय मिलनी शुरू हो जाएगी। सुनने में यह बेसिक सी बात लगती है पर अच्छे रन बनाने के लिए बेसिक्स को फॉलो करना जरूरी है। सचिन तेंदुलकर से लेकर युवराज सिंह ने इस स्टेप को फॉलो किया है और मैन ऑफ द मैच लेने के दौरान कई बार बताया है कि उन्होंने पहली 15-18 गेंदे सीधे बल्ले से खेलने की कोशिश की।
लाइव क्रिकेट मैच में बल्लेबाजी करने का तरीका 5 स्टेप्स में सीखें
बल्लेबाजी करने का तरीका सबका अलग हो सकता है क्योंकि कोई बल्लेबाज जल्दी गेंद रीड कर लेता है और किसी को थोड़ा समय लगता है। मैं आपको कुछ बेसिक स्टेप्स बताऊंगा जिससे आप लाइव मैच में अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे यदि इन बातों को सीरियसली फॉलो करेंगे तो।
1. बड़ा टारगेट दिमाग में ना रखें
सबसे पहले अपने दिमाग को शांत रखें तथा पहले से ही कोई बड़ा टारगेट दिमाग में ना रखें कि आज मुझे 50 मारना है या फिर शतक लगाना है। ऐसा करने से आप अपने ऊपर दबाव बनाते हैं और प्रदर्शन निखर कर सामने नहीं आता है। इसलिए पहले से दिमाग में कोई टारगेट सेट ना करें। बेसिक्स पर ध्यान लगाएं और जब बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरें तो क्रिकेट पिच पर थोड़ी सी दौड़ लगाएं। यदि दौड़ने का समय ना हो तो मैदान के अंदर एंट्री लेते वक्त पिच तक हल्का-हल्का दौड़ते हुए जाएं। ऐसा करने से बॉडी की जकड़न खुल जाती है और माइंड से हल्का सा प्रेशर भी रिलीज होता है।
2. बैटिंग स्टांस एडजस्ट करें
उसके बाद बैटिंग स्टांस लें और अपने हिसाब से मार्क करें। ऑफ साइड में ज्यादा स्कोर करने के लिए लेग स्टंप गार्ड लें और यदि आप लेग दिशा में आसानी से बल्लेबाजी करते हैं तो मिडल स्टंप गार्ड लें। ज्यादा बेहतर यह होगा कि गेंदबाज की लाइन लेंथ के हिसाब से अपने बैटिंग स्टांस को एडजस्ट करें। सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली की बल्लेबाजी ध्यान से देखने पर आप समझ पाएंगे कि वह दोनों कई बार अपने बैटिंग स्टांस एडजेस्ट करते हैं। दोनों ही कई बार स्विंग गेंदबाज को खेलने के लिए पिच से थोड़ा ज्यादा बाहर खड़े होते हैं ताकि गेंद को ज्यादा स्विंग होने का मौका ना मिले। मैंने सचिन को कई बार मिडिल स्टंप गार्ड लेते देखा है और 2003 के वर्ल्ड कप में उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में लेग स्टंप गार्ड लिया था और मैन ऑफ द सीरीज रहे थे।
3. पहली 15 से 18 गेंदें हैं महत्वपूर्ण
एक बार आदर्श स्टांस लेने के बाद अब आपको पहली 15 से 18 गेंदें बिल्कुल सीधे बल्ले से खेलनि है तथा सिंगल्स और डबल्स पर ही कंसंट्रेट करना है। शुरुआत में चौका और छक्का लगाने की कोशिश ना करें बस बॉल टू बॉल खेलें। बल्लेबाजी करते वक्त गेंदबाज़ को पढ़ने की कोशिश करें और उसके रन अप को ध्यान से देखें तथा उसके हाथ को अंत तक देखें। एक अच्छा बल्लेबाज हमेशा गेंदबाज के रिलीज पॉइंट को मुस्तैदी से देखता है और उसकी कलाइयों पर अंत तक नजर रखता है।
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4. फ्रंटफुट बैकफुट
फ्रंट फुट की गेंदों को फ्रंट फुट पर खेलने की कोशिश करें और बैक फुट की गेंदों को बैकफुट पर ही खेलें। अर्थात लंबी तथा ओवर पिच गेंदों को फ्रंट फुट पर खेलें और बीच में पटकी हुई गेंदों को थोड़ा पीछे जाकर यानी बैकफुट पर खेलें। गलती से भी पहले से ही फ्रंट-फुट पर ना जाएं और ना ही पहले से ही बैक-फुट पर जाएं। ऐसा करने से गेंदबाज आपको पढ़ लेगा और आपके दिमाग से खेलता रहेगा। यदि आप ठीक ऐसा ही करते हैं तो आपको जल्द ही अपनी बैटिंग करने का तरीका बदलना होगा और एक अच्छा उपाय यह है कि इसके लिए नेट पर जमकर प्रेक्टिस करें जिसमें फ्रंट फुट और बैक फुट के अलग-अलग सेशन रखें और पसीना बहाएं।
5. इनिंग्स को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट लें
एकदम से 50 और 100 रन के बारे में ना सोचें बल्कि अपनी इनिंग्स को 15-15 रनो के छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट लें। जब सामने टारगेट बड़ा हो तो भी आपको सीधा 50 रन यह 100 रन बनाने के बारे में नहीं सोचना है। उसके उलट अपनी पारी को छोटी-छोटी इनिंग्स में विभाजित कर लेना है और यह डिसाइड करना है कि पहले 5-7 ओवर आपको किस तरह से खेलने हैं। अमूमन पहले 5 से 7 ओवर बल्लेबाज खुद को सेट करने के लिए सीधे बल्ले से खेलता है।
एक बार सेट होने के बाद बल्लेबाज को अपने हाथ खोलने चाहिए। एक बात का खास ध्यान रखें कि आपको ज्यादा डिफेंसिव नहीं होना है इससे सेट होने के बाद भी आपको शॉट खेलने में काफी मुश्किल होगी। ना ही ज्यादा एग्रेसिव होना है इससे विकेट खोने के अधिक चांस रहेंगे। इसलिए अपनी पारी के बीच बीच में बड़े शॉट लगाने की कोशिश करते रहें पर ऐसा लगातार ना करें और शुरू में भी बड़े शॉट ना खेलें।
यदि आप पहले बल्लेबाजी कर रहे हैं तो हमेशा आखिरी के 3 ओवर हिटिंग के लिए रखें। भले ही आप अर्धशतक या शतक के नजदीक हों पर उसे नजरअंदाज कर टीम हित में खेलें और आखिरी 3 ओवर में आपको बड़े शॉट खेलने की कोशिश करनी चाहिए ताकि आपकी टीम अच्छे स्कोर तक पहुंच सके।
ईगो साइड में रखें साथी बल्लेबाज से पूछो उसकी तारीफ करें
दोनों बल्लेबाजों को अक्सर आपस में बात करते रहना चाहिए इससे भी प्रेशर रिलीज होता है और रणनीति बनाने में आसानी होती है।
अपना ईगो साइड में रखें और आपका साथी बल्लेबाज अच्छी बल्लेबाजी कर रहा है तो उसकी तारीफ करें तथा उससे पूछो कि मैं कहीं कोई गलती तो नहीं कर रहा और तुम इस गेंदबाज को अच्छा खेल रहे हो तो किस बात का ध्यान रख रहे हो मुझे भी बता दो? एक अच्छा टीममेट हमेशा अपने साथी बल्लेबाज का हौसला बढ़ाता है और यदि आपका साथी अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर पा रहा है तो उसके आपके पास ना आने पर उससे खुद जाकर बात करें और उसे बताएं कि तुम यहां गलती कर रहे हो और यह चीज तुम्हें सुधारनि चाहिए, ऐसा करने से आप एक आदर्श टीम मेंबर की भूमिका निभाते हैं।
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