अक्सर लोग कंफ्यूज हो जाते हैं कि खो खो में कितने खिलाड़ी होते हैं कोई कहता है 9 और कोई कहता है 12 खिलाड़ी। आज का यह पोस्ट पढ़ने के बाद आपका यह कंफ्यूजन दूर हो जाएगा और जब भी आपको खो-खो संबंधित कोई दिक्कत हो तो आप हमारी वेबसाइट पर आकर सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
फास्ट फारवर्ड – प्रत्येक टीम में 9 मुख्य और 3 अतिरिक्त खिलाड़ी होते हैं, एक मैच 36 मिनट का, 9-9 मिनट की 4 पारियां, 2 पारियां छूने तथा 2 पारियां दौड़ने की, दौड़ने वाले रनर तथा छूने वाले चेजर कहलाते हैं।
Table of Contents
खो खो में कितने खिलाड़ी होते हैं 9 या 12
खो-खो खेल में प्रत्येक टीम में 9 खिलाड़ी होते हैं और 3 अतिरिक्त खिलाड़ी होते हैं। इस तरह से एक पूरी टीम का हिस्सा कुल 12 खिलाड़ी होते हैं जिनमें से 8 खिलाड़ी खो-खो के मैदान में खेलने के लिए उतरते हैं और तीन खिलाड़ी रिजर्व में बैठते हैं। इस तरह से हम कह सकते हैं की खो-खो में खेलने वाले खिलाड़ियों की संख्या 9 होती है जबकि 3 खिलाड़ी रिजर्व में रहते हैं जिनका इस्तेमाल कप्तान अपनी रणनीति या फिर किसी खेल रहे खिलाड़ी के चोटिल होने पर करता है।
यह पढ़ें – खो-खो कैसे खेलते हैं
खो-खो कैसे खेलते हैं स्टेप बाय स्टेप जानकारी
- प्रत्येक टीम में 9-9 खिलाड़ी होते हैं तथा 3 रिजर्व खिलाड़ी होते हैं।
- खो खो का एक मैच 36 मिनट का होता है जिसमें 9-9 मिनट की चार पारियां होती हैं।
- इन चार पारियों में से 2 पारियां छूने तथा 2 पारियां दौड़ने की होती हैं।
- दौड़ने वालों को रनर कहा जाता है और छूने वालों को चेजर कहा जाता है।
- रनर्स क्रम अनुसार स्कोरर के पास अपना नाम दर्ज कराते हैं।
- मैच की शुरुआत में पहले तीन खिलाड़ी दौड़ने के लिए अंदर आएंगे और इन तीनों के आउट होने के बाद अगले तीन खिलाड़ी खो देने से पहले अंदर आएंगे। इन तीनों के आउट होने के बाद तीन और खिलाड़ी खो देने से पहले सीमा के अंदर आएंगे। जो खिलाड़ी इस अवधि में प्रवेश नहीं कर पाएगा उस खिलाड़ी को आउट करार दिया जाएगा। ऐसा खिलाड़ी जिसकी पारी नहीं है किंतु वह भी खेलने के लिए अंदर उतर जाता है उसे भी आउट करा दिया जाएगा। खो खो खेल में यह प्रक्रिया पारी के अंत तक जारी रहेगी।
- एक टाइम पर 3 रनर दौड़ते हैं और दो के आउट होने के बाद तीसरे रनर को आउट करने के पश्चात चेजर नए रनर के पीछे नहीं भाग सकता बल्कि उसे अपने टीम के खिलाड़ी को खो देना होगा।
- धावक यानी चेज़र तथा कोई भी रनर अपनी पारी समाप्त कर सकते हैं। किंतु वे कप्तान से सलाह मशवरा ही कर सकते हैं और केवल कप्तान अंपायर से पारी समाप्ति का अनुरोध कर सकता है।
- खो-खो खेल में एक पारी के बाद 5 मिनट तथा 2 पारियों के बाद 9 मिनट का फर्क होता है।
- धावक टीम को प्रत्येक रनर को आउट करने पर पॉइंट मिलेंगे।
- चेज़र टीम द्वारा सभी रनर्स को वक्त से पहले आउट करने पर रनर टीम के खिलाफ लोना मिलेगा।
- हालांकि, लोना का कोई भी पॉइंट चेज़र टीम को नहीं मिलेगा लेकिन रनर टीम को अब से अपने खिलाड़ी उसी क्रम से उतारने होंगे जिस क्रम से उतारे जा रहे थे। खेल समाप्त होने तक खेल इसी तरह खेला जाएगा और रनरों के क्रम में परिवर्तन नहीं किया जा सकेगा।
- नॉकआउट मैच में खेल के अंत में जिस टीम ने अधिक अंक अर्जित किए उसे विजेता घोषित कर दिया जाएगा।
- दोनों टीमों के अंक बराबर होने की स्थिति में एक और पारी खेली जाएगी। इस पारी के बाद भी अंक बराबर होने पर टाईब्रेकर नियम का प्रयोग किया जाएगा। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस स्थिति में टीमों में खिलाड़ी बदले जा सकते हैं।
- लीग पद्धति में जीतने वाली टीम को 2 अंक प्राप्त होंगे और हारने वाली टीम को जीरो अंक मिलेगा जबकि बराबरी होने पर दोनों टीमों को एक-एक अंक मिलेगा।
- लीग प्रणाली में लीग अंक बराबर होने की स्थिति में दोनों या जितनी टीमें है सभी टीमें पर्ची द्वारा दोबारा मैच खेलेंगी। यह मैच नॉकआउट प्रणाली के आधार पर खेले जाएंगे।
- किसी कारणवश मैच बीच में ही रुकने से यह मैच अन्य समय पर खेला जाएगा और पिछले मैच के अंक काउंट नहीं होंगे अर्थात् मैच फिर से शुरू होगा।
- यदि किसी एक टीम ने दूसरी टीम से 12 या उससे अधिक अंक बना दिए तो वह दूसरी टीम को पीछा करने के लिए कह सकती है।
जरूर पढ़ें – खो खो के नियम
और भी पढ़ें
लंगड़ी टांग गेम कैसे खेलें नियम तथा मैदान का माप दंड
कबड्डी में कितने खिलाड़ी होते हैं 7 या 12