आज हम जानेंगे आदर्श और सही क्रिकेट बैटिंग स्टांस कैसे बनाएं इसके अलावा डिफरेंट बेटिंग स्टांस भी जानेंगे जिसमें छक्के मारने का स्टांस बताया गया है। बैकलिफ्ट कैसे रखें जिससे बल्ला सीधा नीचे लाने में आसानी हो और तेज तथा स्पिन गेंदबाजों को खेलने में आसानी हो। इसके अलावा फास्ट गेंदबाज पर बैटिंग कैसे करें यह भी बताया गया है।
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सही क्रिकेट बैटिंग स्टांस तकनीक टिप्स
सबसे जरूरी है आपका बल्लेबाजी स्टांस सही हो और एक आदर्श स्टांस में बल्लेबाज को बैटिंग क्रीज के बिल्कुल ऊपर खड़े होना चाहिए, उसका बैकफुट क्रीज यानि लाइन के अंदर होना चाहिए तथा फ्रंट फुट लाइन के बाहर होना चाहिए। इससे पहले बल्लेबाज को लेग स्टंप या मिडल स्टंप से गार्ड लेना चाहिए इसके लिए उसे बल्ले द्वारा लेग स्टंप से अपने खड़े होने की जगह पर एक हल्की सी लाइन खींचनी चाहिए।
बल्लेबाज के दोनों पैर एक दूजे के बिल्कुल पैरलल होने चाहिए और पैरों के पंजों का मुंह पॉइंट की दिशा में होना चाहिए। ध्यान रहे दोनों पैर बिल्कुल पैरलल हो ना फ्रंट फुट आगे हो और ना ही बैकफुट इसके लिए बल्लेबाज को उस लाइन पर अपने पंजे रखने चाहिए जो उसने लेग स्टंप से अपनी खड़े होने की पोजीशन में खींची थी। बल्लेबाज ऊपर दिए गए स्टेप्स को सही तरीके से फॉलो कर लेगा तो सामने खड़े हुए अंपायर को राइट हैंडेड बैट्समैन का राइट शोल्डर नहीं दिखेगा और यही आदर्श स्टांस माना जाता है।
किंतु एक गलती जो अक्सर बल्लेबाज करते हैं अपना फ्रंट फुट ज्यादा अक्रॉस रखते हैं इससे भी सामने वाले अंपायर को राइट शोल्डर नहीं दिखता लेकिन यह पोजीशन बिल्कुल गलत है इसलिए आपको अपने दोनों पैर को चेक करना है कि वह पैरलल है या नहीं। आप पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ तथा आज के दिग्गज विराट कोहली जैसे उच्च स्तरीय खिलाड़ियों का स्टांस देख सकते हैं जो बिल्कुल आदर्श बल्लेबाजी स्टांस है।
बैस्ट बैटिंग स्टांस फॉर पावर हिटिंग इन क्रिकेट
अब बात आती है लंबे लंबे छक्के मारने की तो यह एक कॉपी बुक और आदर्श बल्लेबाजी स्टांस से थोड़ा अलग होता है। सबसे पहले तो हर दिशा में छक्के मारने के लिए बल्लेबाज को लेग स्टंप गार्ड की बजाए मिडल स्टंप गार्ड लेना चाहिए। ऐसा करने से उसे ऑफ साइड के बाहर वाली गेंद तक पहुंचने में भी आसानी होगी खास तौर पर ऑफ साइड वाइड के आसपास गिरने वाली गेंद तक भी बल्लेबाज पहुंच सकेगा। कहां खड़े होना है यह तो आपको समझ आ गया अब बात करते हैं कैसे खड़े होना है यानी बल्लेबाजी स्टांस कैसा हो। छक्के मारने के लिए बल्लेबाज के दोनों पैर एक दूजे के बिल्कुल पैरलल नहीं होंगे बल्कि बैक फुट यानी पीछे वाला पैर फ्रंट फुट से थोड़ा आगे होगा इसे आप अधिकतम एक हथेली जितना ही आगे रखे हैं उससे ज्यादा आगे ना रखें।
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इस पोजीशन में खड़े होने से सामने वाले अंपायर को राइट हैंडेड बल्लेबाज का दाहिना शोल्डर आसानी से दिखता है और इस पोजीशन को ओपन चेस्टेड स्टांस भी कहते हैं जो कि बैस्ट बैटिंग स्टांस फॉर पावर हिटिंग इन क्रिकेट भी है। इस पोजीशन में खड़े होने का फायदा यह होता है कि जैसे ही गेंद बॉडी की ओर आती है तो बल्लेबाज को लेफ्ट साइड में स्विंग करने के लिए आगे वाला पैर ज्यादा हटाने की जरूरत नहीं पड़ती और इससे उसे बल्ला स्विंग करने के लिए अधिक रूम मिलता है। जबकि आदर्श बल्लेबाजी स्टांस में गेंद जब बॉडी की ओर आती है और बल्लेबाजों छक्का मारने जाता है तो उसे पहले अपना फ्रंट वाला पैर हटाना होता है जिससे थोड़ा समय निकल जाता है और अक्सर वह शॉट पर लेट हो जाता है। इसके अलावा उसे अधिक रूम भी नहीं मिलता इसलिए वह पूरे स्विंग के साथ बल्ला नहीं घुमा पाता। ओपन चेस्टेड खड़े होकर लेग दिशा में शॉट खेलना आसान होता है इससे बॉडी का झुकाव पूरे फ्लो के साथ शाट के साथ जाता है।
लंबे-लंबे छक्के कैसे मारे – लंबे छक्के मारने के लिए बल्लेबाज को बल्ले को पकड़ने की कला सीखनी होगी उसे एक आदर्श कॉपी बुक स्टाइल में बल्ला नहीं पकड़ना है। आदर्श स्टाइल में बल्ला पकड़ने के लिए बल्ले को बॉटम से यानी बिल्कुल उसके नेक पर नीचे वाला हाथ रखना होता है। लंबे छक्के मारने के लिए बल्लेबाज को बल्ले के हैंडल का सबसे ऊपरी हिस्सा पकड़ना होता है। एक बात का खास ख्याल रखें यदि आपको लंबे और गगनचुंबी छक्के लगाने हैं तो गेंद के ज्यादा नजदीक ना जाए बल्कि गोल्फ शॉट की तरह सही समय पर स्विंग करना होता है। यहां टाइमिंग मायने रखती है आपको गेंद को सही समय पर हिट करना होगा और यदि गेंद शरीर के ज्यादा नजदीक आ जाए तो ऐसे में छक्का लंबा नहीं बल्कि छोटा या फ्लैट जाता है। आपने दादा उर्फ सौरव गांगुली को छक्के मारते जरूर देखा होगा अगर नहीं देखा है तो एक बार देखिए किस तरह से वे टाइमिंग के साथ लंबे तथा हैंडसम छक्के लगाते थे हालांकि वे स्पिन गेंदबाज पर ज्यादा अच्छे छक्के मारते थे।
बैकलिफ्ट कैसे रखें
बैकलिफ्ट हाई हो या लो इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता हालांकि हाई बैकलिफ्ट के साथ शॉट भी तेज लगता है लेकिन इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है टाइमिंग और बल्ले का सही समय पर गेंद से संपर्क करना। बैट को ऊपर की ओर लिफ्ट करते वक्त बल्ले का बॉटम विकेटकीपर की दिशा में होगा इससे बल्ला सीधा नीचे लाने में आसानी होती है। नोट करने वाली बात यह है कि विकेटकीपर भी बिल्कुल विकेट के पीछे नहीं खड़ा होता है बल्कि ऑफ स्टंप के थोड़ा बाहर की ओर खड़ा होता है। जो बल्लेबाज बल्ले का बॉटम या टो स्लिप तथा पॉइंट की दिशा से नीचे की ओर लाते हैं उनके बैट और पैड के बीच में अक्सर गैप बनता है और बोल्ड होने के चांस अधिक बन जाते हैं। क्योंकि बल्लेबाज को बल्ला अधिक दूरी से यानी ऑफ साइड स्टंप की दिशा से नीचे की ओर लाना होता है इससे गैप तो बनता ही है साथ ही बैट के क्रॉस जाने के अधिक चांस भी बनते हैं और कई बार बल्लेबाज लेट भी हो जाता है, नतीजा क्लीन बोल्ड या पगबाधा (एलबीडब्ल्यू)।
युवराज सिंह का हाई बैकलिफ्ट रहा है और उनका बल्ला भी स्लिप तथा पॉइंट की दिशा से अंदर की ओर आता था जिससे उन्हें लंबे छक्के मारने में आसानी तो होती थी किंतु कई बार वे लेट हो जाते थे नतीजा क्लीन बोल्ड। इसके विपरीत सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली का बल्ला विकेटकीपर की दिशा से नीचे की ओर आता है जिसे सीधा रखने में आसानी होती है और सीधे बल्ले से जितना ज्यादा खेलेंगे उतनी देर बल्लेबाजी कर पाएंगे यह बात तो हंड्रेड परसेंट तय है। रिजल्ट भी आपके सामने है सचिन तेंदुलकर ने 100 शतक बनाए हैं और उनका रिकॉर्ड भी एक ऐसा खिलाड़ी तोड़ने जा रहा है जो उनके जितना तो नहीं लेकिन काफी हद तक सीधा बल्ला रख पाता है।
फास्ट बॉल पर बैटिंग कैसे करें
फास्ट बॉल पर बैटिंग करने के लिए सिर संतुलित होना चाहिए, निगाहें गेंद पर होनी चाहिए, मन शांत एवं एकाग्र होना चाहिए, सामने कौन गेंदबाज गेंदबाजी कर रहा है इस बात से फर्क नहीं पड़ना चाहिए बल्कि गेंद जैसी आए वैसे खेलने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए आपके फ्रंट फुट एवं बैक फुट दोनों स्ट्रांग होने चाहिए और उन्हें स्ट्रांग करने के लिए नेट प्रैक्टिस करनी चाहिए। यह तो है कुछ बेसिक बातें जिन्हें आप को ध्यान में रखना है इनके अलावा कुछ ऐसे टिप्स मैं आपको देने वाला हूं जिसके बाद फास्ट गेंदबाज को खेलना आपके लिए काफी आसान हो जाएगा।
यह मेरा पर्सनल अनुभव है और मुझे फास्ट गेंदबाज को ऑफ साइड में सिक्स मारने में मजा आता है यहां मैं शॉर्ट पिच गेंद पर अपर कट मारने की बात नहीं कर रहा बल्कि ऑफ स्टंप के बाहर ओवर पिच गेंद को पॉइंट के ऊपर से छक्के में तब्दील करने की बात कर रहा हूं यदि आप भी यह स्किल जानना चाहते हैं तो कमेंट कर बताएं। फिलहाल आपके सामने हाजिर है फास्ट बोल पर बैटिंग करने के कुछ टिप्स।
फास्ट बॉल पर बैटिंग करने के लिए बल्लेबाज का बैटिंग स्टांस तो अच्छा होना ही चाहिए साथ ही उसका बॉडी वेट भी संतुलित होना चाहिए। बल्लेबाज का सर गलत दिशा में नहीं गिरना चाहिए उसकी बॉडी फ्रंट फुट पर पहले से ही नहीं आनी चाहिए और ना ही बैकफुट पर ज्यादा देर रहनी चाहिए। फास्ट गेंदबाज को अच्छा खेलने के लिए बल्लेबाज का बॉडी मूवमेंट संतुलित होना चाहिए अर्थात ना ज्यादा फास्ट ना ज्यादा स्लो होना चाहिए। फास्ट बॉलर पर अच्छी बल्लेबाजी करने के लिए बल्लेबाज को टो यानी पंजो और हिल का सही इस्तेमाल करना आना चाहिए। बैकफुट डिफैंस करते वक्त बल्लेबाज को गेंद खेलने के लिए अपने टो यानी पंजों पर खड़ा होना होता है खासतौर पर जब पिच में उछाल और गति होती है।
यदि आप क्रिकेट को बारीकी से देखते होंगे तो आपने जरूर देखा होगा विदेशी पिचों पर ज्यादातर बल्लेबाज अपने पंजों पर ही डिफेंस तथा शॉट खेल पाते हैं इसकी वजह है पिच में अतिरिक्त उछाल एवं गति। सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, बाबर आजम जैसे विश्वस्तरीय दिग्गजों के शाटपिच गेंद पर डिफेंस को ध्यान से देखें तो वे टो पर खड़े होते हैं ताकि बॉल के ऊपर आ सके और लाइन को सही जज कर सकें ऐसा करने से स्लिप में कैच निकलने के चांस भी कम हो होते हैं।
पंजों पर खड़े होने से बल्लेबाजी यह सुनिश्चित करता है कि वह गेंद के बिल्कुल ऊपर आ सके और छोटे कद के बल्लेबाजों के लिए पंजों का इस्तेमाल तो अनिवार्य हो जाता है। जब तेज गेंदबाज की गेंद ओवरपिच आती है तो इस समय पूरा पैर पंजों से हिल तक आसानी से लैंड होना चाहिए हालांकि यॉर्कर बॉल खेलने के लिए फिर से एक बार पंजों का इस्तेमाल करना अच्छा होगा ऐसा करने से तेज यॉर्कर खेलने के लिए अधिक समय तथा जगह मिल जाति है।
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