स्कूल में क्रिकेट कोच कैसे बने 

Spread the love

बीपीएड और एमपीएड की पढ़ाई पूरी करने के बाद आप स्कूल में क्रिकेट कोच के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। आइए समझते हैं बीपीएड, एमपीएड क्या होता है इनकी पढ़ाई आप कहां से कर सकते हैं इनमें कितना समय लगता है और कितना खर्चा आता है?

स्कूल में क्रिकेट कोच कैसे बने 

हमारे पूर्वजों ने बहुत सोच समझकर कहा है कि किसी भी व्यक्ति को ऐसी जगह जॉब करना चाहिए जहां उसे मजा आ रहा हो क्योंकि वहां वह अच्छा परफॉर्मेंस दे सकता है और लंबे समय तक काम कर सकता है। यदि आपका पैशन क्रिकेट खेलना है और आप किसी भी तरह से क्रिकेट से जुड़े रहना चाहते हैं तो आपको ऐसी जगह जॉब करनी चाहिए जहां आपको क्रिकेट खेलने का मौका मिल सके। बहुत कम जगह ऐसा होता है जहां पर जॉब के साथ पैसे भी मिलते हैं और क्रिकेट खेलने का मौका भी मिलता है। स्कूल ऐसी जगह होते हैं जहां हम बचपन से खेलते आए हैं और यहां आप एक खेल शिक्षक बनकर बच्चों को खिलाते हुए और खुद भी खेलते-खेलते पैसे कमा सकते हैं।

अब बात आती है स्कूल में खेल शिक्षक कैसे बने तो उसके लिए आपको खेल की पढ़ाई करनी होगी जैसे न्यूज़ एंकर बनने के लिए मार्शकम्युनिकेशन की पढ़ाई करनी होती है, इंजीनियर बनने के लिए इंजीनियरिंग करनी होती है, उसी प्रकार क्रिकेट कोच, बास्केटबॉल कोच, फुटबॉल कोच या कोई सा भी कोच बनने के लिए आपको खेल की पढ़ाई करनी होती है जिसे “फिजिकल एजुकेशन” कहा जाता है।

पढ़िए एमपीएड बीपीएड कहां से करें सस्ते में

फिजिकल एजुकेशन के प्रकार

बीपीएड और एमपीएड फिजिकल एजुकेशन के अंतर्गत आता है। आइए समझते हैं दोनों को बारी-बारी:

बीपीएड – बीपीएड से अभिप्राय बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन से है और जब विद्यार्थी फिजिकल एजुकेशन में बैचलर की पढ़ाई पूरी कर लेता है तो उसे बीपीएड की डिग्री मिल जाती है। यह ठीक उसी प्रकार होता है जैसे अन्य सब्जेक्ट साइंस, हिंदी, मैथ्स, सोशल साइंस, इत्यादि के शिक्षक बनने के लिए विद्यार्थी को बीएड की पढ़ाई करनी होती है। बारहवीं कक्षा के बाद आप बीपीएस पढ़ाई कर सकते हैं इसके लिए आपको स्पोर्ट्स कॉलेज में दाखिला लेना होता है।

बीपीएस 3 साल का होता है यह एक प्रकार से खेल में ग्रेजुएशन की डिग्री है और बीपीएड करने के लिए आपके पास ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए फिर वह बीपीएस हो या कोई प्लेन ग्रेजुएशन हो। और एक बार बीपीएस पूरा हो जाने के बाद बीपीएड में एडमिशन ले सकते हैं, जिन छात्रों ने प्लेन ग्रेजुएशन कर ली है और अब वह स्पोर्ट्स टीचर बनना चाहते हैं तो वे डायरेक्ट बीपीऐड की पढ़ाई कर सकते हैं। 

 स्पोर्ट्स टीचर जॉब टेलीग्राम चैनल

बीपीएड की पढ़ाई 2 वर्ष में पूर्ण होती है इसके अंतर्गत प्रैक्टिकल और थ्योरी क्लासेस आती हैं। स्पोर्ट्स की पढ़ाई होने की वजह से प्रैक्टिकल को अधिक महत्व दिया जाता है और रोज आपकी दौड़ तथा अन्य खेल की प्रैक्टिस मैदान पर ही होती है। 

एमपीएड – एमपीएड से अभिप्राय मास्टर ऑफ फिजिकल एजुकेशन से है और जब विद्यार्थी फिजिकल एजुकेशन में मास्टर्स की पढ़ाई पूरी कर लेता है तो उसे एमपीएड की डिग्री हासिल हो जाती है। एमपीएड करने के लिए पहले बीपीएड की पढ़ाई पूरी करनी होती है और उसके बाद छात्र एमपीएड के लिए अप्लाई कर सकते हैं। ग्रेजुएशन के बाद बीपीऐड कर सकते हैं और यदि आपने स्पोर्ट्स में ही ग्रेजुएशन किया है तो यह आपके बीपीएड की पढ़ाई को और आसान बना देता है। 12वी के बाद आप बीपीएस में एडमिशन ले सकते हैं और बीपीएस 3 साल का होता है। अतः 3 साल बाद आपको ग्रेजुएशन की डिग्री मिल जाती है और उसके बाद आप बीपीएड के लिए अप्लाई कर सकते हैं। बीपीएस के बाद पहले 2 साल का बी पी एड और उसके बाद 3 साल का एमपीऐड करके विद्यार्थी 5 साल में बीपीएड तथा एमपीएड की डिग्री हासिल कर लेता है।

बीपीएड तथा एमपीएड में प्रैक्टिकल के दौरान विद्यार्थियों को अपने स्पेशलाइज गेम के बारे में प्रोजेक्ट बनाना तथा उसे जमीन पर परफॉर्म करके दिखाना होता है। जो विद्यार्थी जितना अच्छा प्रोजेक्ट तैयार करता है और एग्जामिनर के सवालों के जितने अच्छे और सटीक जवाब देता है उसे प्रैक्टिकल में उतने अच्छे अंक मिल जाते हैं। यदि आप स्कूल में  क्रिकेट कोच के पद के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपको फिजिकल एजुकेशन की पढ़ाई के दौरान क्रिकेट को अपना स्पेशलाइज गेम चुनना चाहिए।

उत्तराखंड के छात्र हरिद्वार में स्थित गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से बीपीएड तथा एमपीएड की डिग्री उत्तीर्ण कर सकते हैं। गुरुकुल कांगड़ी हरिद्वार से बीपीएड की शिक्षा उत्तीर्ण करने के लिए विद्यार्थी को लगभग 40 से 45 हजार की फीस भरनी होती है। इसके अलावा रहने, ट्रैवलिंग और खाने का खर्चा अलग होता है।

क्रिकेट कोच जॉब के लिए आवेदन

अब जब आपके पास फिजिकल एजुकेशन की डिग्री है तो आप आसानी से किसी भी स्कूल में स्पोर्ट्स शिक्षक के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। फिजिकल एजुकेशन की पढ़ाई करने के बाद आप ना केवल प्राइवेट स्कूल्स में क्रिकेट कोच के लिए आवेदन भर सकते हैं बल्कि आपको सरकारी शिक्षक बनने का मौका भी मिलता है। सरकारी शिक्षक बनने के लिए प्रतिवर्ष केंद्रीय विद्यालय में वैकेंसी आती है जिसके लिए फॉर्म भरे जाते हैं आप इन फॉर्म को भर के एग्जाम क्लियर करने के बाद फिजिकल एजुकेशन शिक्षक बन सकते हैं।

यदि दूसरे विकल्पों की बात की जाए तो आजकल स्पोर्ट्स कंपनियां भी सामने आ रही हैं जो शिक्षक हायर करती हैं और स्कूल में प्लेसमेंट देती है। किसी भी स्पोर्ट्स कंपनी से जुड़ने का फायदा यह होता है कि यदि आप एक स्कूल में अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाए तो वह आपको दूसरा मौका देते हैं और किसी दूसरे स्कूल में प्लेसमेंट देते हैं किंतु स्कूल में अच्छा प्रदर्शन ना होने पर स्कूल आपको निकालता है और आपको खुद ही दूसरी जॉब के लिए सर्च करना होता है। डैडी100 स्पोर्ट्स तेजी से उभरती हुई एक स्पोर्ट्स कंपनी है जो बड़े पैमाने पर शिक्षकों को हायर कर रही है यदि आपने या आपके किसी मित्र ने स्पोर्ट्स की पढ़ाई पूरी कर ली है तो आप इस कंपनी में अप्लाई कर सकते हैं।

coach

डैडी100 स्पोर्ट्स ने बेहद कम समय में अपना नाम बना लिया है और 2023 में इस कंपनी में क्रिकेट कोच के पद काफी बड़ी मात्रा में उपलब्ध है जो तेजी से भरते जा रहे हैं। यह कंपनी क्रिकेट संबंधी महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट पर काम कर रही है जिसके लिए इन्हें क्रिकेट कोच बड़ी मात्रा में चाहिए होते हैं। यदि आपने एमपीएड अथवा बीपीएड उत्तीर्ण कर लिया है और क्रिकेट कोच या अन्य खेलों के कोच बनना चाहते हैं तो इस कंपनी में जल्द से जल्द आवेदन कर सकते हैं और अपना भविष्य उज्जवल बना सकते हैं। 


Spread the love

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top