क्रिकेटर बनने की योग्यता के बारे में आज के इस ब्लॉग में बताया गया है जिसे फॉलो कर आप भी अपने जीवन का सपना पूरा करने की दिशा में बढ़ सकते हैं। चाहे गर्ल क्रिकेटर बनना चाहती हो या बॉय दोनों के लिए क्रिकेटर बनने का तरीका एकसमान है।
मैं आपको शुरू से लेकर लास्ट तक क्रिकेटर बनने का तरीका बताने जा रहा हूं। जिसमें हम जानेंगे स्कूल पढ़ने के दौरान क्रिकेटर कैसे बने, स्कूल के बाद यानी 18 साल के बाद तथा कॉलेज के बाद यानी 25 साल के बाद क्रिकेटर कैसे बने। पढ़ाई, उम्र, कौन से ट्रायल्स कब देने होते हैं, ट्रायल डेट कैसे पता चलती है, ट्रायल फॉर्म की कीमत तथा क्रिकेट भर्ती फॉर्म कहां मिलते हैं यह सारी जानकारी आपको आज मिलने वाली है।
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महिला पुरुष क्रिकेटर कैसे बने योग्यता क्रिकेट भर्ती फॉर्म डॉक्यूमेंट उम्र
योग्यता, उम्र, पढ़ाई, ट्रायल फॉर्म कीमत, डॉक्यूमेंट तथा ट्रायल फॉर्म मिलने की जगह के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है:
क्रिकेटर बनने की योग्यता क्या है महिला पुरुष
महिला पुरुष दोनों के लिए क्रिकेटर बनने की योग्यता सिर्फ इतनी है कि आपको क्रिकेट खेलने आना चाहिए और सही समय पर सही जगह पर ट्रायल देने की जानकारी होनी चाहिए। क्रिकेट में ट्रायल देने के लिए किसी भी प्रकार की डिग्री, पढ़ाई या सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं होती है। सही मंच पर लगातार अच्छा प्रदर्शन कर एक खिलाड़ी अंडर-19 क्रिकेट, घरेलू क्रिकेट, आईपीएल क्रिकेट और एक दिन भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भी खेल सकता है।
क्रिकेटर बनने के लिए कितनी पढ़ाई करनी होती है
वैसे तो इस खेल को प्रोफेशनल लेवल पर खेलने के लिए पढ़ाई का कोई निश्चित मापदंड बीसीसीआई द्वारा तय नहीं किया गया है लेकिन कम से कम दसवीं पास तो आपको कर लेनी चाहिए। वैसे भी भारत में आमतौर पर दसवीं के छात्र की उम्र 16 वर्ष होती है और लगभग इसी उम्र से प्रोफेशनल क्रिकेट की शुरुआत होती है।
स्कूल के दौरान क्रिकेटर कैसे बने
सचिन तेंदुलकर ने मात्र 16 वर्ष की उम्र में क्रिकेट में पर्दापरण कर लिया था और भारतीय क्रिकेट टीम में अपना स्थान बना लिया था। सचिन की तरह आप भी क्रिकेट में स्कूल के दौरान ही पर्दापरण कर सकते हैं और उसके लिए जरूरी है सही समय पर जिला क्रिकेट ट्रायल्स देना।
18 साल तथा 25 साल के बाद क्रिकेटर कैसे बने
यदि आपने स्कूल की पढ़ाई पूरी कर ली है तो चिंता ना करें उसके बाद भी आप क्रिकेट के ट्रायल दे सकते हैं। 18 से 25 साल की युवा तथा युवती जिला क्रिकेट अंडर-19 तथा ओपन एज कैटेगरी में ट्रायल दे सकते हैं।
क्रिकेटर बनने की एज क्या है
खिलाड़ियों को बीसीसीआई यानी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का शुक्रिया अदा करना चाहिए क्योंकि उन्होंनेभारत में क्रिकेटर बनने की लास्ट एज का कोई मापदंड बनाया ही नहीं है। अर्थात खिलाड़ी 25 वर्ष से लेकर 40 वर्ष या 45-50 वर्ष में भी क्रिकेट के ट्रायल दे सकता है और उसे आधिकारिक तौर पर कोई भी अधिकारी रोक नहीं सकता। शारीरिक फिटनेस के अलावा ट्रायल देने के लिए आवेदक के पास पर्याप्त डॉक्यूमेंट होने अनिवार्य हैं।
क्रिकेट ट्रायल डॉक्यूमेंट
ट्रायल देने के लिए निम्नलिखित डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है:
- स्कूल स्टूडेंट डॉक्यूमेंट – आधार कार्ड, बिजली का बिल, बोनाफाइड सर्टिफिकेट, पेरेंट्स मैरिज डेट ऑफ़ बर्थ।
- 18-23 वर्ष के युवा-युवति डॉक्यूमेंट – आधार कार्ड, बिजली बिल, पैन कार्ड, पेरेंट्स मैरिज डेट ऑफ़ बर्थ।
- जॉब करने वाले युवाओं युवति डॉक्यूमेंट – आधार कार्ड, बिजली बिल, पैन कार्ड, सैलरी स्लिप, राशन कार्ड में नाम।
बीसीसीआई क्रिकेट ट्रायल डेट
अंडर 14 क्रिकेट ट्रायल डेट दैनिक जागरण तथा अमर उजाला अखबारों में छपती है यह ट्रायल जिला स्तर पर होता है। क्रिकेट रजिस्ट्रेशन फॉर्म प्राप्त करने के लिए आपको डी. सी. ए यानी जिला क्रिकेट एसोसिएशन जाना होगा।
क्रिकेट भर्ती फॉर्म की कीमत
क्रिकेट भर्ती फॉर्म की कीमत ₹350 से ₹500 के बीच होती है यह कीमत अलग-अलग जिलों में कम ज्यादा हो सकती है। यह फॉर्म आपको जिला क्रिकेट एसोसिएशन के दफ्तर से मिल जाते हैं।
गर्ल क्रिकेटर एज लिमिट
भले ही ग्राउंड मेजरमेंट कम ज्यादा हो सकते हैं किंतु बीसीसीआई ने दोनों के लिए समान नियम बनाए हैं। चाहे लड़की हो या लड़के दोनों श्रेणी में बीसीसीआईके द्वारा कोई अपर एज लिमिट नहीं रखी गई है। अर्थात लड़की 15 साल की हो, 18 साल की हो, 25 वर्ष की हो या 40-45 वर्ष की हो चुकी हो वह क्रिकेट ट्रायल दे सकती है और कोई भी उसे आधिकारिक तौर पर रोक नहीं सकता।
क्रिकेटर बनने की लास्ट एज क्या है?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा क्रिकेट बनने की कोई लास्ट एज नहीं तय की गई है। अतः खिलाड़ी 40 वर्ष की उम्र में भी ट्रायल दे सकता है।
क्रिकेटर बनने के लिए सबसे पहले कौन से ट्रायल दें?
सबसे पहले जिला क्रिकेट ट्रायल देने होते हैं उसके बाद स्टेट क्रिकेट तथा डोमेस्टिक क्रिकेट ट्रायल्स की बारी आती है।
क्रिकेट ट्रायल डेट कैसे पता चलेगी?
प्रतिवर्ष क्रिकेट ट्रायल्स की डेट दैनिक जागरण तथा अमर उजाला अखबार में छपती है।
गर्ल क्रिकेटर कैसे बने?
लड़की हो या लड़का दोनों को सबसे पहले जिला क्रिकेट ट्रायल देने होते हैं उसके बाद स्टेट क्रिकेट तथा डोमेस्टिक क्रिकेट की बारी आती है। डोमेस्टिक क्रिकेट से ही खिलाड़ियों को भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाने का मौका मिलता है।
बीसीसीआई क्रिकेट ट्रायल फॉर्म कहां मिलता है?
क्रिकेट ट्रायल फॉर्म जिला क्रिकेट एसोसिएशन के ऑफिस में मिलते हैं।
क्रिकेट ट्रायल कैसे होता है?
ट्रायल में सिलेक्टेड खिलाड़ियों की टीम बनती है और उनका आपस में लीग मैच कराया जाता है। यह टूर्नामेंट 1 महीने तक चलता है तथा इसमें मैच प्रदर्शन एवं खिलाड़ियों का निजी प्रदर्शन देखा जाता है। इस प्रतियोगिता के दौरान एक कैंप लगता है जिसमें सिलेक्टर्स खिलाड़ियों की प्रतिभा तथा मैच प्रदर्शन को बारीकी से ऑब्जर्व करते हैं और इस आधार पर उन्हें सेलेक्ट करते हैं।