‘उत्तराखंड खेल नीति 2021’ को मंज़ूरी मिल गई है, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने खेल प्रेमियों को नयी सौगात दी है। मंगलवार शाम, 24.11.2021 को पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया। इस नयी खेल नीति के तहत खिलाडियों के पोषण, रोज़गार के मौके दिए जाने वाले विषयों पर प्रावधान बताए जा रहे हैं। ‘उत्तराखंड खेल नीति 2021’ लागु होने पर खेल मंत्री अरविन्द पांडे ने खिलाडियों, खेल प्रेमियों तथा प्रशिक्षकों को बधाई दी और खेल मंत्री ने उम्मीद जताई की नयी खेल नीति प्रदेश में खेल संस्कृति के विकास के लिए सही तथा प्रभावी साबित होगी।
आज हम जानेगे उत्तराखंड नयी खेल नीति से खिलाडियों को होने वाले फायदे, नयी खेल नीति का मकसद, खेल नीति के मुख्य अंश।
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उत्तरखंड खेल नीति 2021 का मकसद
उत्तरखंड खेल नीति 2021 का मकसद नेक है जिससे युवाओं को ज़रूर फायदा मिलने वाला है। देश में कई समय से युवाओं की रुचि खेल में काफी बढ़ी है और वे खेल को अपना प्रोफेशन बनाना चाहते है ऐसे में काफी समय से खेल नीति की ज़रूरत महसूस की जा रही थी। उत्तराखंड में कई खिलाडी राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं जिससे यह स्पष्ट है की उत्तराखंड में टैलेंट की कमी नहीं है। और उभरते हुए खिलाडियों को सही प्लेटफॉर्म मिल सके इसलिए धामी कैबिनेट ने नयी खेल नीति लागू की है ताकि तेज़ी से खेल की ओर आकर्षित हो रहे युवाओं को सही मार्गदर्शन मिल सके।
खेल नीति का मकसद – इस खेल नीति के अंतर्गत उन सभी बच्चों और युवाओं को जो की इलेक्ट्रॉनिक कल्चर से प्रभावित हो चुके हैं या प्रभाव में हैं, प्ले फील्ड कल्चलर की ओर बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके आलावा खिलाडियों को राष्ट्रिय अतनाराष्ट्रीय स्तर पर निखारने के लिए उचित आर्थिक प्रावधान किया गया है। युवा प्रतिभाओं को तलाशने उभारने तथा रोजगार के अवसर प्रदान करने का मकसद है।
खिलाडियों को मिलेंगे रोज़गार
‘उत्तराखंड खेल नीति 2021’ के अंतर्गत कई प्रावधान किये गए हैं जिसमे मुख्यतः शामिल हैं
- खेल प्रतिभाओं को तलाशने का सही मापदंड
- खेल प्रतिभाओं को निखारने व उभारने का कार्य
- खेलों के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए ज़रूरी कार्य
- खिलाडियों का नियोजन करने का कार्य
- खिलाड़यों के लिए बेहतरीन आहार की व्यवस्था
- खिलाडियों के लिए सामन्य आहार के अलावा एक्स्ट्रा नुट्रिएंट्स वाले फ़ूड डाइट की व्यवस्था
- खिलाडियों के लिए रोज़गार के अवसर प्रदान करने का प्रावधान
- युवाओं के लिए उचित आर्थिक प्रोत्साहन का प्रावधान किया गया है ताकि उनमे राष्ट्रिय अंतरष्ट्रीय स्तर की प्रतिभा विकसित की जा सके
नयी उत्तराखंड खेल नीति 2021 के मुख्य बिंदू
- फिजिकल एंड स्पोर्ट्स एप्टीटुड टेस्ट – खेल प्रतिभाओं को महज़ आठ वर्ष से ही तराशने के लिए प्रतिभा श्रृंखला विकास योजना।
- फिजिकल एंड स्पोर्ट्स एप्टीटुड टेस्ट को लागु किया जाएगा।
- सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस – उच्च प्राथमिकता वाले खेलों को बढ़ावा देने के लिए सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस लागू किया जाएगा।
- खेल इंजरी – उत्कृष्ट खिलाडियों को राज्य और राष्ट्रिय स्तर के खेल प्रशिक्षण तथा प्रतियोगिताएं में भाग लगने के दौरान लगने वाली चोटों दुर्घटनाओं के लिए खेल इंजरी द्वारा उपुक्त उप्लभ्दता।
- खिलाडियों के लिए बीमा व्यवस्था – खिलाडियों के लिए दुर्घटना बीमा एवं आर्थिक सहायता उप्लभ्द कराइ जाएगी।
- पदक विजेता धनराशि – प्रतिवर्ष पदक प्राप्त करने वाले खिलाडियों को दी जाने वाले पुरस्कार राशि में प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी।
- पुरस्कार राशि वृद्धि – खिलाडियों को मिलने वाले पुरस्कार राशि में तीस प्रतिशत से पचास प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी
- मेजर ध्यानचंद प्रोत्साहन कोष – उत्तराखंड राज्य में सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए निजी छेत्र द्वारा स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स खेल अकादमीतथा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना करने के लिए आर्थिक सहायता हेतु मेजर ध्यानचंद निजी छेत्र खेल प्रतिभागिता प्रोत्साहन कोष की स्थापना की जाएगी।
- मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाडी उन्नयन योजना लागू की जाएगी।
- उत्तराखंड के उदीयमान खिलाडियों को हर वर्ष बैड़ी टेस्ट और उसकी दक्षता के आधार पर सेलेक्ट किया जाएगा। इसके अंतर्गत 8 से 14 वर्ष के बालक बालिकाओं का चुनाव होगा जिसमे 150 बालक और 150 बालिकाएं जनपद के आधार पर चुने जाएंगे अर्थात पूरे राज्य में 3900 उदीयमान खिलाडियों का चुनाव होगा। मुक्यमंत्री उदीयमान खिलाडी उन्नयन योजना के अंतर्गत 1500 रूपए की धनराशि प्रति माह उपलभ्द कराइ जाएगी।
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