ऑल टाइम गोट ऑफ क्रिकेट कौन है गावस्कर सचिन या विराट कोहली   

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गोट (GOAT) ऑफ़ क्रिकेट का मतलब है ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम। गोट ऑफ क्रिकेट के मुख्य दावेदार सचिन, सुनील व विराट क्यों है। क्या रोहित युवराज भी गोट लिस्ट में हैं?

ऑल टाइम गोट क्रिकेटर कौन है सचिन, गावस्कर या विराट? सचिन ने क्रिकेट में लगातार 22 साल तक राज किया उनसे पहले सुनील गावस्कर के बल्ले के सारी दुनिया मुरीद थी और अब विराट कोहली पिछले 15 साल से लगातार रिकॉर्ड बनाते जा रहे हैं। 1983 से 2024 तक कौन है सबसे बड़ा गोट!  

ऑल टाइम गोट ऑफ क्रिकेट कौन है सचिन गावस्कर या विराट कोहली

टेक्निकलि गोट ऑफ क्रिकेट केवल एक हो सकता है लेकिन अलग-अलग एक्सपट्र्स की अलग-अलग राय है। इसे 10 साल के समय काल में कैलकुलेट किया जाता है यानी की 10 साल तक लगातार जिस खिलाड़ी ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया हो उसे गोट ऑफ क्रिकेट अर्थात ग्रेटेस्ट का ऑल टाइम कहा जाता है। 

आईए समझते हैं 1983 वर्ल्ड कप से लेकर 2011 वर्ल्ड कप तथा 2024 क्रिकेट में कौन से खिलाड़ी गोट लिस्ट में आते हैं और उन सब में से सबसे बड़ा गोट कौन है। आप मेरी राय से अलग राय रख सकते हैं।

1983 गोट ऑफ क्रिकेट ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइ

भारत ने पहली बार क्रिकेट वर्ल्ड कप 1983 में जीता था उस समय भारत की टीम में कई लीजेंड खिलाड़ी मौजूद थे। किरण मोरे, रवि शास्त्री, क्रिस श्रीकांत, नवजोत सिंह सिद्धू तथा दिलीप जैसे बड़े खिलाड़ी भी उस टीम का हिस्सा थे। आकलन 10 साल के आधार पर हो रहा है इसलिए हर दशक से केवल तीन खिलाड़ियों का जिक्र किया जा रहा है।   

कपिल देव, सुनील गावस्कर, संजय मांझरेकर भारत की उस टीम तथा उस दशक के सबसे बड़े खिलाड़ी थे जिन्हें गोट लिस्ट में रखा जा सकता है। आप इस बात से सहमत हैं या नहीं है हमें भी बताएं। 

सुनील गावस्कर को सचिन तेंदुलकर हमेशा अपना आदर्श मानते आए हैं और कहते रहे हैं कि वह हमेशा से सुनील गावस्कर तथा वेस्टइंडीज के फोड़ू बल्लेबाज विव रिचर्ड जैसी बल्लेबाजी करना चाहते थे। सुनील गावस्कर ने काफी सारे रन बनाए हैं और पूरी दुनिया में सचिन से पहले सबसे ज्यादा शतक सुनील गावस्कर के ही हुआ करते थे। 

जिस तरह से आज विराट कोहली एक-एक शतक बनाते हुए सचिन के सेंचुरी के नजदीक आ रहे हैं और लोग गिन रहे हैं कि विराट सचिन से मात्रा कुछ और शतकों की दूरी पर हैं। इसी तरह जब सचिन शतक लगाते थे तो लोग उनकी गिनती सुनील गावस्कर के शतक के एक कदम और नजदीक पहुंचने से करते थे।

कपिल देव पहले भारतीय कप्तान जिन्होंने भारत को वर्ल्ड कप जिताया न सिर्फ जीता या बल्कि वर्ल्ड कप फाइनल तथा सेमीफाइनल में जबरदस्त प्रदर्शन कर पूरी दुनिया में अपना नाम बनाया। कपिल देव की 175 रन की बदौलत ही भारत वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मैच जीत पाया था। कपिल ने भी 10 सालों तक लगातार लाजवाब प्रदर्शन किया और वह ऐसे खिलाड़ी हैं जो खराब प्रदर्श या चोट की वजह से एक बार भी टीम से बाहर नहीं हुए, उन्होंने लगातार क्रिकेट खेला। 

संजय मांझरेकर एक जबरदस्त बल्लेबाज रहे और पूरी टीम सुनील गावस्कर तथा संजय मांजरेकर की बल्लेबाजी पर निर्भर करती थी। एक समय ऐसा आया जब पाकिस्तान ने उस दौर में संजय के लिए 20 लाख रुपए की बोली लगाई जो कि आज के दौर में करोड़ों के बराबर होगी। संजय भी लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहने वाले खिलाड़ी में से एक रहे हैं। 

यदि कपिल देव संजय मझेकर और सुनील गावस्कर में से किसी एक खिलाड़ी को ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम क्रिकेट चुनना हो तो आपका जवाब क्या होगा कमेंट बॉक्स में बताएं। मेरी राय में सुनील गावस्कर (GOAT) ऑल टाइम गोट क्रिकेटर हैं। 

1990 से 2011 गोट ऑफ क्रिकेट

1990 का दशक शुरू होता है और बारी आती है राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली तथा सचिन तेंदुलकर की तिकड़ी की जो पूरी दुनिया भर में मशहूर हो जाती है और हर क्रिकेट टीम का लक्ष्य इन तीनों को आउट करना होता है। 

इनके अलावा वीरेंद्र सहवाग, जवागल श्रीनाथ, वेंकटेश प्रसाद, अजय जडेजा, नयन मोंगिया जैसे उच्च कोटि के क्रिकेटर भी उस दौर में भारत टीम की शोभा बढ़ाते थे। 

सचिन तेंदुलकर वह नाम है जिसे भारत ही नहीं विश्व पहचानता है। इनके बारे में अमेरिका के प्रेसिडेंट ने कहा था कि जब सचिन बल्लेबाजी करते हैं तो कुछ समय के लिए उनके देश की इकोनॉमी में गिरावट आती है क्योंकि उस समय कोई काम नहीं करता, उनकी बल्लेबाजी देख रहा होता है।

भारत में तो आलम यह था कि जब टेलीविजन पर महाभारत, रामायण और सचिन की बल्लेबाजी प्रसारित होती थी तो सारी दुकानें तथा सड़क सुनसान पड़ जाती थी क्योंकि कोई बाहर नहीं निकलता था। सब दूरदर्शन पर सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी देखते रहते थे। 

वह ऐसा दौर था जब महाराष्ट्र के गली नुक्कड़ों और सड़कों पर जगह-जगह टेलीविजन लगे होते थे जहां पर भीड़ जमा होती थी और सब सचिन की बल्लेबाजी देख रहे होते थे। भले ही वर्ल्ड कप हो या कोई साधारण मैच हो सचिन की बल्लेबाजी लोग अक्सर ऑफिस से आते जाते रुक कर देखा करते थे और जैसे ही सचिन आउट हो जाते थे टीवी के आसपास का एरिया खाली हो जाया करता था। 

एक दौर ऐसा आया जब टीम इंडिया सचिन पर बहुत पूरी तरह निर्भर थी और सचिन अपने लाजवाब प्रदर्शन की वजह से बाकियों के प्रदर्शन को हल्का कर दिया करते थे। सचिन के 30, 35, 40 रन तो मायने ही नहीं रखते थे लोग सोचते थे यह बंदा शतक तो बनाएगा ही या 80-90 रन करेगा।

सचिन का दौर ऐसा था जब स्टेडियम में वह बल्लेबाजी करते थे और जैसे ही आउट होते थे तो लोग टीम इंडिया के जीतने की उम्मीद छोड़ देते थे तथा लगभग आधा स्टेडियम खाली हो जाता था।

राहुल द्रविड़ को  दीवार के नाम से जाना जाता है और इन्होंने भी लंबे दशक तक लगातार लंबी-लंबी इनिंग्स खेली है जब यह मैदान में उतरते थे तो इन्हें आउट करना लगभग नामुमकिन सा हो जाता था खास तौर पर टेस्ट मैच में इनका कोई तोड़ नहीं था। 

सौरव गांगुली भारत के पहले एक्सपेरिमेंटल कप्तान बने जिन्होंने टीम इंडिया को जीतने की आदत डाली और उनके आने के बाद टीम इंडिया का विदेश दौरे में जीतने का रिकॉर्ड सुधरा। इन्होंने कई खिलाड़ियों को मौका दिया जो आगे चलकर बड़े नाम बने हैं उनमें से एक नाम युवराज सिंह का है।

2011 से 2024 गोट ऑफ क्रिकेट

सचिन का स्वर्णिम युग खत्म हो रहा था तथा नए सुपरस्टार्स टीम में आ चुके थे। अब बारी थी युवराज सिंह, महेंद्र सिंह धोनी, रोहित शर्मा तथा विराट कोहली की। 

महेंद्र सिंह धोनी – असल में 2007 से भारतीय क्रिकेट का तीसरा दौर शुरू होता है जब दो नए लड़कों युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी ने पहली बार हुए T20 वर्ल्ड कप में ही भारत को T20 वर्ल्ड कप विजेता बनाया था। उस वर्ल्ड कप में धोनी कप्तान थे और वहीं से उनकी महान कप्तानी का सिलसिला शुरू हुआ।

धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल आईसीसी के तीन प्रारूप में अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को विजय बनवाया। धोनी पूरे विश्व में एक मात्र कप्तान है जिन्होंने आईसीसी के तीन फॉरमैट में ट्रॉफी जीती है उन्होंने T20 वर्ल्ड कप, एक दिवसीय वर्ल्ड कप तथा एशिया कप में भारत को विजय बनाया। 

युवराज सिंह – इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता की धोनी की सफल कप्तानी के पीछे युवराज सिंह की बेहतरीन और सफल बल्लेबाजी का हाथ है। 6 गेंद पर छह छक्के लगाने वाले युवराज सिंह बड़े मैच के खिलाड़ी है और उन्होंने अक्सर सेमी फाइनल तथा फाइनल में जबरदस्त स्कोर किए हैं।

विराट कोहली – आज के दौर में इस खिलाड़ी के नाम के इंटरनेट में सबसे ज्यादा सर्च होते हैं और इन्हें सचिन तेंदुलकर का उत्तराधिकारी भी माना जाता है। किंग कोहली के नाम से मशहूर विराट कोहली ने सचिन तेंदुलकर की तरह ही एक एक दिवसीय तथा टेस्ट मैच में लगातार शतक बनाए हैं। कोहली सचिन से दो कदम आगे निकलकर T20 क्रिकेट में भी जबरदस्त प्रदर्शन करते रहे हैं। 

जहां रन चेज करते वक्त सचिन तेंदुलकर का बैटिंग एवरेज गिर जाता था तो वहीं विराट कोहली का एवरेज बढ़ जाता है। एक्सपर्ट्स ने कहा कि विराट कोहली प्रेशर में सचिन से अच्छी बल्लेबाजी करते हैं इसलिए स्कोर का पीछा करते वक्त उनका एवरेज बढ़ जाता है।

रोहित शर्मा – रोहित शर्मा एक जबरदस्त बल्लेबाज रहे हैं किंतु विराट कोहली की तरह निरंतर ना होने की वजह से उनका प्रदर्शन उनके टैलेंट को मैच नहीं कर पाया। पुल शॉट में छक्का लगाने में माहिर रोहित शर्मा किसी भी गेंदबाज की गेंदबाजी पर लगातार प्रहार कर सकते थे।

निष्कर्ष – अब आप भी जानते हैं की 1983 से लेकर 2024 तक कौन गोट यानी ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम क्रिकेटर हो सकते हैं। कपिल देव, सुनील गावस्कर, संजय मांझरेकर, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली तथा युवराज सिंह सभी दशको के तीन नाम है जो गोट लिस्ट में शामिल है। कमेंट बॉक्स में बताएं आपके लिए गोट कौन है।  


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