बल्लेबाजों का क्रिकेट में बैट पकड़ने का तरीका अलग-अलग हो सकता है और यह उनकी बल्लेबाजी शैली पर निर्भर करता है। आज मैं आपको बताऊंगा क्रिकेट में बैट पकड़ने का सही तरीका। सिंगल-डबल निकालने के लिए अलग तरीके से बैट पकड़ना चाहिए तथा लंबे-लंबे शॉट लगाने के लिए सक्सेसफुल तरीका जिससे लंबे-लंबे सिक्स मारने में मदद मिलती है। महत्वपूर्ण क्रिकेट बैटिंग टिप्स यहां बताएं गए हैं इन्हें पढने के बाद प्रैक्टिस जरूर करें।
सचिन और सहवाग का बल्ला पकड़ने का तरीका लगभग समान था जबकि महेंद्र सिंह धोनी और सूर्यकुमार यादव का बल्ला पकड़ने का तरीका एक जैसा है। आपने देखा होगा सचिन और सहवाग ज्यादातर सीधे बल्ले से खेलते थे और उनके शॉट क्लासिक नजर आते थे। जबकि सूर्यकुमार यादव और महेंद्र सिंह धोनी अनॉर्थोडॉक्स बल्लेबाजी करते हैं। पहले समझते हैं डिफेंस तथा सिंगल-डबल निकालने के लिए किस तरह से बैट पकड़ा जाए, यह नीचे वाले पैराग्राफ में समझाया गया है।
Table of Contents
क्रिकेट में बैट कैसे पकड़ते हैं 6 लगाने के लिए बैट पकड़ने का तरीका
क्रिकेट में बैट कैसे पकड़े डिफेंस सिंगल डबल चौक छक्के लगाने के लिए बैट पकड़ने का तरीका नीचे बताया गया है उन्हें ध्यान से पढ़ें और अपनी बल्लेबाजी सुधारें
डिफेंस तथा सिंगल डबल के लिए लिए क्रिकेट में बैट कैसे पकड़ते हैं
बल्लेबाज को सिंगल डबल निकलना हो या एक आदर्श डिफेंस करना हो बैट हैंडल के बिल्कुल नीचे से पकड़ा जाना चाहिए अर्थात बल्लेबाज का निचला हाथ हैंडल की गर्दन पर आना चाहिए और दो उंगलियों के गैप के बाद ऊपर वाला हाथ हैंडल के ऊपरी हिस्से पर होना चाहिए।
कॉस्को क्रिकेट में बिना ग्लव्स के क्रिकेट खेला जाता है और दो उंगलियों का गैप दोनों हाथों के बीच में बनता है। जबकि, लेदर क्रिकेट में बल्लेबाज ग्लव्स पहनता है, बल्ला पकड़ने से दोनों हाथों के बीच मुश्किल से एक उंगली का गैप रहता है।
जब बल्लेबाज निचले हाथ को हैंडल के बॉटम यानी गर्दन पर पकड़ता है तो बल्ले को अत्यधिक सपोर्ट मिलता है और उसे सीधा रखने में आसानी होती है। इस तरह से हैंडल पकड़ने पर बैट हाथ में घूमता नहीं है, यही वजह है कि सचिन तेंदुलकर इतनी आसानी से फ्रंट अंपायर के बिल्कुल बगल से बिल्कुल सीधा स्ट्रेट ड्राइव खेल पाते हैं।
डिफेंस करना आसान
इस तरह से बैट पकड़ने पर डिफेंस करना काफी आसान हो जाता है क्योंकि बल्लेबाज के लिए बल्ले और जमीन के बीच के अंतर का अंदाजा लगाना ज्यादा आसान हो जाता है। इस तरह से बैट पकड़ने पर यॉर्कर गेंद को खेलना भी काफी आसान हो जाता है क्योंकि बल्लेबाज का बल्ला बिल्कुल सीधा आता है और यॉर्कर बाल को डिफेंड करने के लिए बल्ला नीचे की ओर सीधा आना जरूरी है। हालांकि, इस तरह से बैट पकड़ने पर फ्लिक शॉट खेलना थोड़ा सा मुश्किल हो जाता है किंतु कुछ प्रयास के बाद वह भी खेलना आसान हो जाता है।
संबंधित पढ़ें – अच्छी विकेटकीपिंग कैसे करें सही तकनीक तथा टिप्स
लंबे लंबे सिक्स मारने के लिए क्रिकेट में बैट कैसे पकड़े
एक बल्लेबाज संपूर्ण तभी बनता है जब उसे डिफेंस के साथ शॉट खेलने भी आता हो। लंबे सिक्स मारने के लिए इस तरह का बैट पकड़ने का तरीका आखिर के ओवर में इस्तेमाल किया जाना चाहिए। क्रिकेट में लंबे शॉट मारने के लिए बल्ले के हैंडल को कुछ ऊपर से पकड़ा जाता है और इस बार निचला हाथ बल्ले के गर्दन पर नहीं होता बल्कि उससे कुछ ऊपर होता है।
इस तरह से बैट पकड़ने पर बल्ले को स्विंग करना आसान होता है, गेंद को अपने ज्यादा नजदीक न आने दे और कुछ दूरी पर ही गेंद को कनेक्ट करें तथा गोल्फ शॉट की तरह स्विंग कर जाए। इसे लोंग हैंडल भी कहा जाता है और लोंग हैंडल इस्तेमाल करने से बाल को दूर से ही कनेक्ट करना आसान होता है। बड़े और ऊंचे शॉट खेलने के लिए जरूरी है की गेंद एक सही डिस्टेंस पर कनेक्ट की जाए और शरीर के ज्यादा नजदीक न आने दिया जाए।
बैक लिफ्ट
क्रिकेट में दो प्रकार के बैक लिफ्ट होते हैं एक हाई बैक लिफ्ट और एक लो बैक लिफ्ट। हाई बैक लिफ्ट के उदाहरण है युवराज सिंह, ब्रायन लारा, सौरव गांगुली, रिकी पोंटिंग तथा लो बैक लिफ्ट इस्तेमाल करने वाले बल्लेबाज है विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर, केन विलियमसन आदि। हाई बैक लिफ्ट से गेंद को तेज प्रहार मिलता है जैसे युवराज सिंह के शॉट काफी दूर जाते थे और सौरव गांगुली के शॉट काफी ऊंचे जाते थे। जबकि लो बैक लिफ्ट इस्तेमाल करने वाले बल्लेबाज हाइ बैक लिफ्ट की तुलना में कुछ कम लंबे शॉट खेलते हुए देखे गए हैं। हालांकि, क्रिकेट में बैक लिफ्ट का उतना महत्व नहीं होता जितना कि बल्लेबाज की बल्लेबाजी शैली तथा निरंतर रन बनाने का होता है। इसलिए बैक लिफ्ट पर ज्यादा ध्यान ना दें, आपका बैक लिफ्ट जैसा भी हो अपनी स्किल्स को डेवलप करने पर ज्यादा ध्यान दें।
कई बार एक बैट्समैन अलग-अलग ढंग से बल्ला पकड़ता है और एक स्मार्ट गेंदबाज उसके बल्ले पकड़ने के ढंग से पता लगा लेता है कि बल्लेबाज शॉट मारना चाहता है या डिफेंस करना चाहता है।
यह भी पढ़ें
हाथ घुमाकर फास्ट बोलिंग कैसे करें 1 महीने में सीखें
ऑफ साइड में सिक्स कैसे मारें क्रिकेट में