भारतीय महिला क्रिकेट टीम में ऐसे होता है सिलेक्शन | भारत महिला क्रिकेट मैच कैसे खेलें

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यदि आपका भी सपना है कि एक दिन मैं भी भारतीय महिला क्रिकेट मैच खेलूंगी तो इस सपने को पूरा करना आपका फर्ज है एटलीस्ट आपको खुद को एक बार आजमाना जरूर चाहिए। भारतीय महिला क्रिकेट टीम तक पहुंचने के लिए जिला क्रिकेट ट्रायल देना आवश्यक है।

यदि आप भी क्रिकेट खेलना चाहती हैं तो आपके लिए कोई अलग रूल नहीं है भारतीय महिला क्रिकेट टीम में कैसे खेले यह अधिकतर लड़कियां जानना चाहती हैं। आज इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद आपके सारे डाउट्स दूर हो जाएंगे यदि फिर भी मन में कोई शंका रह जाए तो कमेंट कर जरूर पूछें देर या जल्दी आपको जवाब जरूर मिलेगा।

भारत में क्रिकेट एक धर्म की तरह है जैसे यूरोप में फुटबॉल को धर्म माना जाता है और फुटबॉल दुनिया का सबसे अमीर और लोक प्रिय खेल है। क्रिकेट भारत का सबसे लोकप्रिय और सबसे ज़्यादा खेला जाने वाला खेल है। इस बात का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है की अब भारत में लड़कियां भी क्रिकेट खेलते हुए नज़र आ जाती हैं और अपने देश के लिए क्रिकेट खेलना चाहती हैं।

भारतीय महिला क्रिकेट टीम में ऐसे होता है सिलेक्शन

हर साल डिस्ट्रिक्ट लेवल क्रिकेट ट्रायल्स होते हैं यह ट्रायल लड़को के अलग और लड़कियों के अलग होते हैं। इन ट्रायल्स की डेट अमर उजाला, दैनिक जागरण जैसे अख़बारों में ट्रायल्स से कुछ दिन पहले आती है। क्लब ज्वाइन करने का एक यह फायदा मिलता है की आपको ट्रायल्स डेट का पता सही समय पर चल जाता है और ट्रायल मिस होने के चांस कम होते हैं। यह ट्रायल्स हर राज्य में अलग समय पर हो सकते हैं।

ट्रायल मिस ना हो इसके लिए आपको अपने जिले के क्रिकेट एसोसिएशन जाना होगा और वहां जाकर अधिकारियों से वूमेन क्रिकेट ट्रायल्स की डेट पूछनी होगी। हालांकि वे अधिकारी आपको करेक्ट डेट नहीं बता पाएंगे क्योंकि उन्हें खुद भी नहीं पता होती है। किंतु उन्हें महीना पता होता है और आपको ट्रायल का महीना हर हाल में पूछना है। उसके बाद अमर उजाला या दैनिक जागरण अखबार को निरंतर फॉलो करें क्योंकि ट्रायल की डेट इन्हीं अखबारों में ट्रायल से मात्र 15-18 दिन पहले छपती है। इस तरह आप बिना क्रिकेट क्लब खेले भी ट्रायल का पता लगा सकते हैं। 

एक बात का और ध्यान रखें कुछ राज्यों में जिला क्रिकेट ट्रायल में भाग लेने के लिए क्लब खेलना अनिवार्य कर दिया गया है। इसकी जानकारी आपको अपने जिला क्रिकेट एसोसिएशन जाकर प्राप्त करनी होगी। उसके बाद अपना आगे का प्लान बनाएं तथा जरूरत पड़ने पर अपने आस पास के क्रिकेट अकादमी ज्वाइन कर लें।

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भारत महिला क्रिकेट मैच में जगह बनाएं

महिला क्रिकेट का फ्यूचर बेहद सुहाना होने वाला है पर बाद में उसमे बहुत ज़्यादा कम्पटीशन बढ़ जाएगा जैसे बॉयज क्रिकेट में बढ़ चुका है। यदि आपमें या आपके किसी खास में कुछ अच्छा टैलंट है तो उसे ज़ाया ना करें क्योंकि आने वाले समय में लड़कियों का IPL भी हो सकता है और इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता की आईपीएल से भी कोई और बेहतर विकल्प अचानक से सामने आ जाए। पर सबकी सीढ़ी बेसिक क्रिकेट से ही गुज़रती है इसलिए आपका डिस्ट्रिक्ट और स्टेट लेवल खेलना ज़रूरी है तभी आप क्रिकेट की बाकि सीढियाँ चढ़ पाओगे।

भारतीय महिला क्रिकेटर बनने के लिए अपनी तैयारी पूरी रखें मौका मिलने पर कोई चूक ना हो इसलिए सारे बेसिक स्किल्स पर निरंतर काम करें। अपने आप को लड़कों से कम न समझें बस अपनी स्किल डेवलपमेन्ट पर ध्यान दें, यदि आप बल्लेबाज़ हैं तो बल्लेबाज़ी की विशेष ढंग से लगातार प्रैक्टिस करें और आपकी मुख्य स्किल स्पिन बोलिंग है तो अपनी स्पिन बोलिंग में विविधता लाएं। अगर आप फ़ास्ट बॉलर हैं तो पहले तो अपनी बॉलिंग स्पीड बढ़ाने पर भी ध्यान दें और साथ ही लाइन लेंथ और नो बॉल का विशेष ध्यान दें।

यह सब आपको निरंतर अभ्यास से ही आएगा और इन सभी स्किल्स को अलग ढंग से प्रैक्टिस करने की कोशिश करें ये सारी स्किल्स आपको स्पोर्ट्सगो पर मिल जाएंगी जिसमे मैंने काफी डीटेल में सभी स्किल को निखारने के नए और पुराने तरीके बताए हैं और कुछ तरीके तो बिलकुल ही अनोखे और कारगर हैं जैसे बैस्ट बैटिंग टिप्स

जरूरत पड़ने पर आस पास के क्रिकेट अकादमी ज्वॉइन करें

इंडिया महिला क्रिकेट टीम में खेलने के लिए सबसे पहले तो आपको एक क्रिकेट क्लब ज्वाइन करना चाहिए। अपने आस पास के क्रिकेट अकादमी ज्वाइन करते वक्त ये न ध्यान दें की वह लड़कों की है या लड़कियों की अकादमी है बस इतना ज़रूर चैक करें की वहां आपको प्रैक्टिस का सही मौका मिल भी रहा है या नहीं। यदि आप अपनी सहूलियत के हिसाब से सिर्फ लड़कियों का क्लब ढूंढ़ती रहेंगी तो आपका टाइम वेस्ट होगा क्योंकि गर्ल्स क्रिकेट एकेडमी फ़िलहाल बॉयज क्रिकेट अकादमी से कही ज़्यादा कम है।

यदि आपके शहर में कोई अकादमी ही नहीं है तो कोई बात नहीं क्योंकि यह ज़रूरी नहीं की क्लब खेल कर ही आप आगे क्रिकेट में जा सकेंगी यदि आप में टैलेंट है और घर पर ही प्रैक्टिस कर लेती हैं तो आप बिना कोई क्लब खेले भी इंडियन वूमेन क्रिकेट टीम का हिस्सा बन सकती हैं बस आपको समय समय पर क्रिकेट ट्रायल देते रहना होगा यह ट्रायल डिस्ट्रिक्ट लेवल से शुरू होते हैं। आप जिस भी शहर में रहते हैं उस शहर के डिस्टिक्ट में यह ट्रायल्स होते हैं।

यह भी पढ़ेंक्रिकेट में खिलाड़ियों को जर्सी नंबर कैसे मिलता है

मेल क्रिकेट क्लब ज्वाइन करने का ये फायदा है की वहां आपको लड़को के साथ कम्पटीशन करना होगा जिससे आपकी प्रैक्टिस अच्छी होगी यदि आप एक बार लड़कों का स्टैमिना बीट कर गए तो कॉन्फिडेंस बढ़ जाएगा और यह मुमकिन भी है। गीता फोगाट या बबीता फोगाट के सामने कोई अच्छा ख़ासा लड़का टिक नहीं पाएगा क्योंकि उन्होंने अपनी स्किल्स पे काम किया है और आपको तो किसी को उठाके पटकना भी नहीं है बस अपनी स्किल मज़बूत करनी है। ताकि वक्त आने पे आप फ़ास्ट बॉलिंग से उनकी गिल्लियां बिखेर सको या अपनी कलात्मक बल्लेबाज़ी से उनकी गेंदबाज़ी को धराशाई कर सको।

girl cricketer

भारतीय महिला टीम में जगह बनाने के लिए लड़कियों को मानसिक रूप से मजबूत होना होगा और अच्छी फैसिलिटी का इंतजार करने के बजाय प्रैक्टिस के मौके ढूंढने होंगे।

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असली बल्ले अच्छे क्रिकेट जूते प्रदर्शन में निखार

यूं तो आप किसी भी लकड़ी के बल्ले और किसी भी गेंद से प्रैक्टिस कर सकते हैं। पर एक समय के बाद जब आपको लगे की अब आप भी प्रोफेशनल लेवल पर प्रैक्टिस के लिए तैयार हैं तो असली बल्ले और क्रिकेट सामान का इस्तेमाल करें ताकि ट्रायल देते वक्त आप सहज महसूस कर सकें।

अच्छे जूते किसी भी खिलाड़ी को सहज महसूस करवाते हैं जिससे प्रदर्शन में निखार इसलिए आता है क्योंकि पैरों की पकड़ अच्छी बनती है और बार-बार पैरों की उंगलियों को सेट करने की आवश्यकता नहीं पड़ती अतः खिलाड़ी पूरा ध्यान अपने खेल पर लगा सकता है।

भारतीय महिला क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के नाम

भारत के लिए क्रिकेट खेलने वाली महिला क्रिकेट खिलाड़ियों के नाम नीचे दिए गए हैं। 

बल्लेबाज – स्मृति मंधाना, हरमनप्रीत कौर, मेघना, हरलीन देओल, यास्तिका भाटिया (विकेटकीपर), जेमिमा रोड्रिगस, रिचा घोष (विकेटकीपर)।

गेंदबाज – राजेश्वरी गायकवाड, देविका वैद्य, अंजलि सरवानी, ठाकुर, राधा यादव, मेघना सिंह। 

ऑल राउंडर्स – शिखा पांडे, दीप्ति शर्मा, स्नेहा राना, पूजा वस्त्रकर, शेफाली वर्मा।

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35 thoughts on “भारतीय महिला क्रिकेट टीम में ऐसे होता है सिलेक्शन | भारत महिला क्रिकेट मैच कैसे खेलें”

    1. नेहा, आप जरूर क्रिकेट खेल सकती हैं और यदि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना है तो पहले डिस्टिक लेवल क्रिकेट खेलना होगा। डिस्ट्रिक्ट लेवल के ट्रायल हर वर्ष होते हैं उन में पार्टिसिपेट करें ट्रायल्स की डेट की जानकारी अमर उजाला और दैनिक जागरण में आती है।

      1. Priyanka kasera

        Mujhe bhi cricket khelna h
        Bat baal turnt catch kr leti hu nd baal khelna bhut psnd h
        But kaise jaau cricket m help

        1. प्रियंका, क्रिकेटर बनने के लिए सबसे पहले डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट ट्रायल देने होंगे। हमारा यह पोस्ट पढ़ें डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट कैसे खेलें।

    1. श्वेता पाल, आप जरूर क्रिकेट खेल सकती हैं और यदि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना है तो पहले डिस्टिक लेवल क्रिकेट खेलना होगा। डिस्ट्रिक्ट लेवल के ट्रायल हर वर्ष होते हैं उन में पार्टिसिपेट करें ट्रायल्स की डेट की जानकारी अमर उजाला और दैनिक जागरण में आती है। अतः प्रैक्टिस जल्द शुरू कर दें, डिस्टिक लेवल ट्रायल्स मिस ना करें।

    1. सनीका, आप बिना क्रिकेट एकेडमी ज्वाइन करें भी क्रिकेटर बन सकती हो। इसके लिए आपको डिस्ट्रिक्ट लेवल ट्रायल्स देने चाहिए। अपने जिले के डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन से आप डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट ट्रायल्स की डेट हासिल कर सकती हैं, तथा दैनिक जागरण और अमर उजाला जैसे अखबारों पर भी ट्रायल्स की डेट आती है।

    1. ध्रुतिका, आप बिल्कुल क्रिकेट खेल सक्ति हो, इसके लिए आपको डिस्ट्रिक्ट लेवल क्रिकेटर ट्रायल्स देने होंगे जिला क्रिकेट हि क्रिकेटर बनने की पहली सीढ़ी है। हमारा यह पोस्ट पढ़े डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट कैसे खेले।

    1. तुलिप, जहां मौका मिले वही खेलो जरूरी नहीं कि बड़े-बड़े मैच खेल कर ही कोई खिलाड़ी बड़ा बनता है आप घर पर प्रैक्टिस कर के भी अच्छे खिलाड़ी बन सकते हो वह भी बिना क्रिकेट एकेडमी के। क्रिकेट में करियर बनाने के लिए आपको डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट ट्रायल्स जरूर देने हैं।
      यदि आप गेंदबाज हो तो यॉर्कर बॉल कैसे डाला जाता है हमारी इस पोस्ट को पढ़ें और ठीक से फॉलो करें हमारा दावा है कि अगर आपने ठीक से फॉलो किया तो आप बिना एकेडमी की एक अच्छी यॉर्कर बॉल डाल सकोगे। आगर आप बल्लेबाज है तो इस पोस्ट को पढ़ें बेस्ट बैटिंग टिप्स सचिन तेंदुलकर और जाने घर पर प्रैक्टिस करने के लाजवाब टिप्स।

  1. Me bhi cricket khelna chahati ho aur mujhe bhoat pasand bhi hai cricket me girl ki last age kitni honi chai hai khele ke liye???

    1. राहिल, क्रिकेट लड़कियों का हो या लड़कों का हो सबसे पहले आती है फिटनेस और आपको अपने वजन को अपनी हाइट के हिसाब से आसपास लाना होगा उसके लिए जी तोड़ मेहनत लगती है और मेहनत करने के लिए लगता है पैशन जो हर किसी इंसान के अंदर होता है बस उसे जगाने की जरूरत होती है। क्रिकेट में या किसी भी खेल में उम्र से फर्क नहीं पड़ता ‘ऐज इज जस्ट अ नंबर’ और 19 वर्ष मे किसी भी खेल को सीखा तथा जी तोड़ मेहनत करके उस पर महारत हासिल की जा सकती है। क्रिकेटर बनना है तो अपना फिटनेस लेवल सुधारना होगा और डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट ट्रायल जरूर देना।

    1. बिल्कुल, आप अपनी बेटी को क्रिकेटर जरूर बनाएं और अंडर-19 भारतीय महिला टीम के लिए तैयार करें। इसके लिए पहले उन्हें डिस्ट्रिक्ट लेवल खेलना होगा फिर स्टेट लेवल और फिर डोमेस्टिक क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। लड़कियों का क्रिकेट भविष्य उज्जवल है किंतु कंपटीशन भी बढ रहा है इसलिए कड़ी मेहनत, धैर्य, निरंतरता और प्लानिंग की जरूरत है इन्हें निभाकर आपकी बेटी 1 दिन जरूर भारतीय महिला क्रिकेट टीम में अपना नाम बनाएगी।

  2. Mai cricket academy me cricket to khelti hu prr is baar trial dena hai lekin trial kb hai pta nhi chl pa rha hai (Uttarakhand, Almora)

    1. मान्यता, अपने जिले के डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन जाओ और उनसे ट्रायल का लम सम महीना पता करो उसके बाद दैनिक जागरण अमर उजाला पढ़ो ट्रायल की डेट पता चल जाएगी। अधिक जानकारी के लिए हमारा यह पोस्ट पढ़ो क्रिकेट ट्रायल फॉर्म कहां मिलते हैं।

    1. सचिन तेंदुलकर के बेटे को दुनियाभर की फैसिलिटी मिली है बचपन से भारतीय क्रिकेटरों के बीच रहा लंदन में ट्रेनिंग हुई और सबसे बढ़कर उसके डैडी सचिन तेंदुलकर हैं पर उसके बावजूद भी भारत के टीम में जगह नहीं बना पा रहा है। दूसरी तरफ साधारण परिवार का रहने वाला प्रवीण तांबे उम्र के आगे भी बेबस नहीं हुआ और 40 वर्ष की उम्र में अपना पहला आईपीएल मैच खेला और 50 वर्ष की उम्र तक खेलता रहा। फैसिलिटी से कुछ होता तो जितने बच्चे क्रिकेट एकेडमी में खेलते हैं सबका सिलेक्शन हो जाता।

  3. Mai 21 ki hu aur mujhe cricket dekhna bahut jyada pasand hai aur mai cricketor banana chahti hu kya mai is age me practice start karr sakti hu kyunki maine abhi start nahi kiya hai mujhe koi guide karne wala nahi tha isiliye late me samajh aaya hai pls see my comment i am so dippresed please bataiye ki kar sakti hu ya nhi pls pls

    1. मानसी अग्रहरि, अपने लिए 1 साल निर्धारित करो और उस दौरान पूरी ताकत, शिद्दत, प्लानिंग तथा सूझबूझ से प्रैक्टिस करना शुरू करो। आसानी के लिए एकेडमी ज्वाइन कर सकती हो अगर नहीं कर सकती तो घर पर ही प्रेक्टिस करो। घर पर प्रेक्टिस करने के टिप्स भी हमने बताए हैं उन्हें पढ़िए – टॉप मेनू बार में क्रिकेट बॉलिंग और बैटिंग ऑप्शन में जाने पर तमाम टिप्स मिलते हैं।

      बिना टारगेट के प्रेक्टिस करने का फायदा नहीं इसलिए जिला क्रिकेट ट्रायल्स के लिए प्रैक्टिस करनी है।
      जिला क्रिकेट ट्रायल तथा फॉर्म के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमारा यह वाला ब्लॉगपोस्ट “जिला क्रिकेट कैसे खेलते हैं” पढ़ो।

  4. Mujhe cricket me interest hai or meri age 20 hai sabh kahete hai tumhari age sikhne ki khatam ho gyi hai or cricket me kohi feature nhi hai khete hai ky karu me nhi samjh araha 🥺

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